Ind vs Eng: इंग्लैंड के विरुद्ध टेस्ट मैच में भारतीय टीम पर रहेगा दबाव : ग्रीम स्वान
स्वान ने कहा कि मुझे लगता है दबाव भारत पर रहेगा क्योंकि वह फिलहाल सीरीज में 2-1 से आगे है और भारत सीरीज को ड्रा नहीं कराना चाहेगा। इंग्लैंड के लिए इस मैच में खोने के लिए कुछ नहीं है। इंग्लैंड की न्यूजीलैंड के विरुद्ध एक सफल सीरीज हुई है
इंग्लैंड के पूर्व आफ स्पिनर ग्रीम स्वान का कहना है कि एक जुलाई से बर्मिघम में होने वाले पुनर्निर्धारित पांचवें टेस्ट में मेजबान टीम के बजाय भारत पर दबाव रहेगा क्योंकि मेहमान टीम किसी भी सूरत में सीरीज ड्रा नहीं कराना चाहेगी। दोनों टीमों के बीच यह टेस्ट सोनी सिक्स पर प्रसारित होगा। इस सीरीज को लेकर शोभित चतुर्वेदी ने ग्रीम स्वान से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश :-
- पिछले साल जब भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज हुई थी तो जो रूट इंग्लैंड के कप्तान थे, लेकिन अब बेन स्टोक्स इस भूमिका में हैं। क्या इसका असर टीम पर पड़ेगा?
-- हां, इस बात का इंग्लैंड की टीम पर असर पड़ेगा। स्टोक्स काफी सकारात्मक हैं और मैच जीतने के लिए काफी मेहनत करते हैं। न्यूजीलैंड के विरुद्ध पिछले दो टेस्ट इंग्लैंड ने जिस तरह जीते, वो काफी आक्रमक जीत थी। यह काफी अच्छा था। स्टोक्स के नेतृत्व में मौजूदा इंग्लैंड की टीम पिछड़ने के बावजूद वापसी करती है और अंत तक हार नहीं मानती।
- इंग्लैंड अभी अच्छी फार्म में है, लेकिन भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पीछे चल रही है। क्या टीम पर पिछड़ने का दबाव होगा?
-- मुझे लगता है कि दबाव भारत पर रहेगा क्योंकि वह फिलहाल सीरीज में 2-1 से आगे है और भारत सीरीज को ड्रा नहीं कराना चाहेगा। इंग्लैंड के लिए इस मैच में खोने के लिए कुछ नहीं है। इंग्लैंड की न्यूजीलैंड के विरुद्ध एक सफल सीरीज हुई है और वह इससे प्रेरित होकर भारत के विरुद्ध उतरेगा। इसे देखते हुए इंग्लैंड को थोड़ा फायदा रहेगा। हालांकि, बर्मिघम में भारी संख्या में भारतीय रहते हैं और वे मैदान पर अपनी टीम का समर्थन करने आएंगे, जिससे भारत का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- रूट और स्टोक्स की कप्तानी में क्या अंतर है?
-- यह बस मानसिकता पर निर्भर करता है। रूट एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं, लेकिन नेतृत्व करते समय कई लोग परेशान हो जाते हैं। हालांकि स्टोक्स ने कप्तान के रूप में कई तरह का चरित्र दिखाया है और वह अपनी भूमिका को पसंद कर रहे हैं। स्टोक्स एक नेतृत्वकर्ता की तरह दिखते हैं। दूसरी तरफ रूट कप्तानी पद छोड़ने के बाद एक बल्लेबाज के तौर पर उभर कर आए हैं और लगातार रन बना रहे हैं क्योंकि उनके सिर से एक बोझ हटा है।
- विराट कोहली ने अभ्यास मैच में अर्धशतक जड़ा है। कोहली इंग्लैंड के लिए कितने चुनौतीपूर्ण हैं?
-- कोहली बहुत अच्छे बल्लेबाज हैं और भारतीय टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। उनके खिलाफ हमेशा रणनीति बनानी पड़ती है। वह एक विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं और मुझे आशा है कि कोहली फार्म में वापसी करेंगे और अब वह कप्तान भी नहीं हैं।
- आप विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी को किस तरह देखते हैं?
-- रोहित एक अच्छे कप्तान हैं और उन्होंने अपनी कप्तानी में मुंबई इंडियंस को कई बार आइपीएल का खिताब दिलाया है। उनका कप्तान बनना भारत के लिए अच्छा है। कोहली ने भी कप्तानी में एक प्रभाव छोड़ा है। वह मैदान पर आक्रमक होकर रहते हैं और अब भी ऐसे ही रहने वाले हैं। कोहली पर से अब दबाव कम हुआ है क्योंकि जब आप कप्तानी करते हैं तो आपको गेंदबाजी और बल्लेबाजी का चयन करना पड़ता है।
- चेतेश्वर पुजारा ने इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इंग्लैंड के खिलाफ उसी के जमीन पर पुजारा कितने घातक साबित होंगे?
-- पुजारा का काउंटी क्रिकेट में बेहतर करना भारत के लिए अच्छा संकेत है। उन्होंने ससेक्स के लिए खेलते हुए काफी रन बनाए। इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा होगा और वह एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं। मुझे लगता है कि वह इंग्लैंड के विरुद्ध बेहतर कर सकते हैं।
- भारतीय टीम के वो कौन से खिलाड़ी हैं जो इंग्लैंड को परेशान कर सकते हैं?
-- भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह लंबे समय से बेहतर कर रहे हैं और विश्व के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक हैं। बल्लेबाज के तौर पर कोहली खतरनाक हो सकते हैं। स्पिनरों में रविचंद्रन अश्विन अच्छा कर सकते हैं और उनका रिकार्ड भी बेहतर रहा है।