Ind vs Eng: इंग्लैंड में ऐसे कैसे जीतोगे, पहले ही दिन भारत ने कर दी ढेर सारी गलतियां
इस टेस्ट मैच की शुरुआत में ही भारतीय टीम ने एक दो छोटी-छोटी गलतियां कर दी।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन में पहला टेस्ट मैच खेला जा रहा है। इस टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया। लेकिन इस टेस्ट मैच की शुरुआत में ही भारतीय टीम ने ढेर सारी गलतियां कर दी हैं।
एक स्पिन गेंदबाज़ को किया शामिल
इस टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम में सिर्फ एक ही स्पिन गेंदबाज़ को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया। अब आप सोच रहे होंगे की इंग्लैंड ने भी तो एक ही स्पिन गेंदबाज़ को मौका दिया है, तो ऐसे में पिच तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मददगार होगी, तभी कोहली एंड कंपनी ने ये फैसला लिया है। चलिए मान लेते हैं कि पिच तेज़ गेंदबाज़ों के मुफीद है, लेकिन फिर विराट कोहली ने सातवें ही ओवर में गेंद अपने स्पिन गेंदबाज़ आर. अश्विन को क्यों थमा दी। उमेश यादव ने मैच का पहला ओवर फेंका और इशांत शर्मा ने दूसरा। ये भी मान लिया कि उमेश तीन ओवर फेंकने के बाद थक गए होंगे, तो भी कोहली को गेंद अश्विन के बजाय शमी को देनी चाहिए थी। अगर पिच इतनी जल्दी स्पिन गेंदबाज़ों के लिए कारगर हो गई थी तो भारत से प्लेइंग इलेवन चुनने में गलती हो गई।
किस काम के तीन गेंदबाज़?
भारतीय टीम ने तीन तेज़ गेदबाज़ों को इस मैच में मौका दिया। इशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी। लेकिन ये तीनों ही गेंदबाज़ किस काम के हैं अगर ये इंग्लैंड की पिच पर भी बाउंसर का इस्तेमाल नहीं करेंगे। भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने एजबेस्टन टेस्ट के पहले दिन 21 ओवर के बाद पहली बाउंसर फेंकी। जी हां, 21 ओवर के बाद। मोहम्मद शमी ने अपने पांचवें और मैच के 22वें ओवर में मैच की पहली बाउंसर फेंकी। 21 ओवर तक इशांत शर्मा 06 और उमेश यादव भी अपने चार ओवर फेंक चुके थे। अब अगर ये तेज़ गेंदबाज़ इंग्लैंड जैसी कंडीशंस में भी बाउंसर का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो फिर कौन से देश में करेंगे?
रहाणे ने छोड़ा कैच
इशांत शर्मा की गेंद पर अजिंक्य रहाणे ने इंग्लैंड के ओपनर कीटन जेनिंग्स का कैच छोड़ दिया। जिस समय रहाणे ने जेनिंग्स का कैच छोड़ा, वे 09 रन पर खेल रहे थे। रहाणे को भारतीय टीम में स्लिप का सबसे अच्छा फील्डर माना जाता है और वो सबसे कम कैच ड्रॉप करते हैं। टीम का कोई भी खिलाड़ी गलती करता है तो उसका खामियाज़ा पूरी टीम को उठाना पड़ता है और ऐसा ही भारत के साथ भी हुआ। अंत में वह 42 रन बनाकर आउट हुए और भारत को 33 रन का खामियाजा भुगतना पड़ा।
तीसरे सेशन में इशांत से पहले पांड्या को गेंदबाजी
विराट कोहली की खराब कप्तानी तीसरे सेशन में भी देखने को मिली। जब बेन स्टोक्स के आउट होने के बाद सैम करन और राशिद क्रीज पर मौजूद थे, तो कोहली अपने मुख्य गेंदबाज की जगह हार्दिक पांड्या से गेंदबाजी कराने लगे। कॉमेंटरी कर रहे दिग्गजों ने भी इस पर हैरानी जताई, क्योंकि जब तक इशांत आए, दोनों बल्लेबाजों की आंखे जम चुकी थी।
तीसरे सेशन में जमकर लुटाए रन
भारतीय गेंदबाजों ने तीसरे सीजन में भले ही विकेट लिए हो, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने रन भी खूब दिए। इंग्लैंड के बल्लेबाज आउट होते रहे लेकिन उन्होंने लगातार बाउंड्री लगाई। इसकी सबसे बड़ी वजह रही भारतीय गेंदबाजों की खराब लाइन लैंथ। तीसरे सेशन में इंग्लैंड ने 6 विकेट खोकर भी 122 रन बटोर लिए। जो भारत के लिए परेशानी का कारण बना।
ऐसे कैसे जीतोगे?
टीम इंडिया को अगर 11 साल बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ में जीत हासिल करनी है। तो इन गलतियों से सीख लेनी होगी। क्योंकि इन गलतियों का खामियाज़ा भारत को मैच गंवाकर भी भुगतना पड़ सकता है।