दिनेश कार्तिक ने जगाई उम्मीद, इंग्लैंड के खिलाफ फिर कर सकते हैं 10 वर्ष पहले जैसा प्रदर्शन
दिनेश कार्तिक राहुल द्रविड़ की कप्तानी में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेल चुके हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को साहा की गैरमौजूदगी में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया। कार्तिक को इंग्लैंड के खिलाफ उनकी सरजमीं पर खेलने का अनुभव है साथ ही पिछले दिनों उनका प्रदर्शन भी अच्छा रहा है और यही वजह है कि उन्हें टेस्ट टीम का हिस्सा बनाया गया। कार्तिक ने टेस्ट सीरीज से पहले अभ्यास मैच में एसेक्स के खिलाफ पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी कर ये उम्मीद तो जगाई है कि वो टेस्ट सीरीज में अच्छा कर सकते हैं।
एसेक्स के खिलाफ कार्तिक का प्रदर्शन
एक अगस्त से शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच के पहले भारतीय टीम को एसेक्स के खिलाफ तीन दिवसीय अभ्यास मैच खेलने का मौका मिला। इस मैच की पहली पारी में दिनेश कार्तिक ने अपने बल्ले का दम दिखाया और 82 रन की पारी खेली। कार्तिक ने 95 गेंदों का सामना करते हुए ये रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 14 चौके लगाए यानी आधा से ज्यादा रन उन्होंने बाउंड्री से सहारे ही बनाया। पहली पारी में वो अपनी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्हें वॉल्टर की गेंद पर डिक्सन ने कैच आउट किया।
कार्तिक पर है टीम को भरोसा
इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में दो विकेटकीपर-बल्लेबाज को शामिल किया गया। इनमें से एक दिनेश कार्तिक हैं तो दूसरे रिषभ पंत हैं। हालांकि रिषभ को अभी टेस्ट खेलने का अनुभव नहीं है ऐसे में भारतीय टीम को इंग्लैंड में दिनेश कार्तिक पर ही भरोसा करना पड़ेगा। कार्तिक के पास इस इंग्लैंड दौरे से पहले भी वहां खेलने का अनुभव है। कार्तिक 10 वर्ष पहले इंग्लैंड दौरे पर जा चुके हैं और वहां उनका प्रदर्शन भी अच्छा रहा था। वर्ष 2007 में जब दिनेश कार्तिक इंग्लैंड दौरे पर गए थे उस वक्त टीम की कप्तानी राहुल द्रविड़ के हाथों में थी। कमाल की बात ये है कि कार्तिक ने उस वक्त टीम में ओपनर की भूमिका निभाई थी। इस बार टेस्ट सीरीज में अगर उन्हें मौका मिलता है तो वो ओपनिंग की जिम्मेदारी को शायद ही निभाएं लेकिन टीम को उनसे अच्छी बल्लेबाजी की उम्मीद जरूर होगी।
वर्ष 2007 इंग्लैंड दौरे पर कार्तिक का प्रदर्शन
वर्ष 2007 में जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी उस वक्त दोनों टीमों के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी। इस तीनों मैचों की छह पारियों में कार्तिक ने टीम के लिए ओपन किया था और 5,60,77,22,91,8 रन की पारी खेली थी। यानी तीन पारियों में उन्होंने अर्धशतक लगाए थे। ये आंकड़े बताते हैं कि उनके लिए ये सीरीज बल्लेबाजी के लिहाज से अच्छी रही थी। विकेटकीपर के तौर पर कार्तिक ने इस दौरे पर विकेट के पीछे सिर्फ तीन कैच पकड़े थे। कमाल की बात ये रही कि इस टेस्ट सीरीज को भारत ने 1-0 से जीता था।
कार्तिक का टेस्ट करियर
दिनेश कार्तिक ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत वर्ष 2004 में मुंबई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी। तब से लेकर अब तक उन्होंने भारत के लिए सिर्फ 24 टेस्ट मैच खेले हैं। आखिरी टेस्ट मैच भारत के लिए उन्होंने इस वर्ष अफगानिस्तान के खिलाफ खेला था जिसमें उन्होंने सिर्फ 4 रन बनाए थे। अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट टीम में उनकी वापसी 8 वर्षों के बाद हुई थी। उन्होंने भारत के लिए अब तक खेले 24 टेस्ट मैचों में 27.13 की औसत से 1004 रन बनाए हैं। टेस्ट में उनका बेस्ट स्कोर 129 रन है जो उन्होंने वर्ष 2007 में ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ बनाए थे। टेस्ट में उनके नाम पर सिर्फ एक ही शतक है। विकेटकीपिंग की बात करें तो इतने टेस्ट मैचों में उन्होंने 52 कैच और 6 स्टंप किए हैं।
क्या कार्तिक को रिषभ से मिलेगी टक्कर
दिनेश कार्तिक काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं साथ ही उन्हें इंग्लैंड में खेलने का अनुभव है इस बात का ध्यान टीम मैनेजमेंट को जरूर होगा और हो सकता है उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआत टेस्ट मैचों में आजमाया जाए। लेकिन उनके लिए रिषभ खतरा बनकर बैठे हैं क्योंकि अगर वो फेल हुए तो हो सकता है रिषभ को मौका मिले क्योंकि वो इस वक्त कमाल की फॉर्म में हैं। घरेलू मैचों से लेकर आइपीएल तक में रिषभ में जमकर रन बनाए हैं साथ ही विकेट की पीछे भी वो कमाल के हैं। वैसे कार्तिक को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में टीम में शामिल किया गया था लेकिन वो वहां नहीं चल पाए थे और सिर्फ 21 रन बनाकर आउट हो गए थे।