गौतम गंभीर से पहले इन क्रिकेटर्स ने क्रिकेट के बाद थामा था राजनीति का दामन
गौतम गंभीर से पहले कई ऐसे क्रिकेटर्स हुए हैं जिन्होंने क्रिकेट छोड़ने के बाद राजनीति में अपने हाथ आजमाए।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने बीजेपी का दामन थाम लिया और अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कर दी। उन्होंने बीजेपी के कई बड़े नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली। गंभीर के बीजेपी में शामिल होने के बाद पार्टी की तरफ से ये कहा गया है कि उनके आने से पार्टी को इस लोकसभा चुनाव में लाभ होगा। कहा जा रहा है कि गंभीर इस बार दिल्ली से चुनाव भी लड़ सकते हैं।
बहरहाल गंभीर से पहले कई ऐसे क्रिकेटर्स हो चुके हैं जिन्होंने क्रिकेट छोड़ने के बाद राजनीति में कदम रखा और कई तो इसमें खूब सफल भी रहे। आइए एक नजर डालते हैं उन क्रिकटर्स पर जिन्होंने राजनीति की पिच पर अपने हाथ आजमाए।
मंसूर अली खान पटौदी-
पूर्व भारतीय क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी ने क्रिकेट के बाद राजनीति में आने का फैसला किया। वर्ष 1991 में उन्हें भोपाल सीट से चुनाव लड़ने का मौका मिला लेकिन वो हार गए थे।
चेतन चौहान-
चेतन चौहान ने भाजपा प्रत्याशी के तौर पर उत्तर प्रदेश के अमरोहा से 1991 और 1998 में लोकसभा चुनाव जीता। 1981 में अर्जुन पुरस्कार जीतने वाले चेतन को 1996, 1999 और 2004 में हार का भी सामना करना पड़ा था। चेतन इस समय उत्तर प्रदेश सरकार में युवा और खेल मंत्री हैं।
कीर्ति आजाद-
कीर्ति आजाद के लिए राजनीति कोई नई चीज नहीं थी क्योंकि उनके पिता भागवत झा आजाद बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके थे। पर वर्ष 1983 विश्व कप टीम का हिस्सा रह चुके कीर्ति आजाद ने क्रिकेट के बाद राजनीति का दामन थामा। वर्ष 2014 में उन्होंने बिहार के दरभंगा से चुनाव लड़ा और जीत गए। फिलहाल वो बीजेपी में हैं और काफी सक्रिय राजनीति कर रहे हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू-
सिद्धू मैदान पर जितने आक्रामक बल्लेबाज थे वो राजनीति की पिच पर भी उतने ही आक्रामक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। क्रिकेट के बाद वर्ष 2004 में वो बीजेपी के साथ जुड़ गए। उन्होंने दो बार लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत भी गए, लेकिन बाद में उन्होंने क्रांग्रेस पार्टी का दामन थामा और इस वक्त पंजाब कैबिनेट के मंत्री हैं।
मो. अजहररूद्दीन-
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मो. अजहरूद्दीन ने भी राजनीति की तरफ रुख किया था और सफल भी रहे। वर्ष 2009 में वो कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए और इसी वर्ष उन्होंने यूपी के मुरादाबाद जिले से चुनाव लड़ने का मौका मिला। उन्होंने इस चुनाव में जीत भी हासिल की थी।
विनोद कांबली-
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली ने लोक भारती पार्टी से जुड़कर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष भी बनाया गया और मुंबई के विखोली से उन्होंने विधानसभा चुनाव भी लड़ा लेकिन वो हार गए।
मो. कैफ-
भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन फील्डर के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले मो. कैफ ने वर्ष 2014 में राजनीति में अपना कदम रखा था। अपने होमटाउन इलाहाबाद से उन्होंने कांग्रेस की तरफ से चुनाव भी लड़ा लेकिन उन्हें हार मिली। कैफ को राजनीति रास नहीं आई और फिलहाल वो कमेंट्री कर रहे हैं।
मनोज प्रभाकर-
मनोज प्रभाकर ने 1998 में नई दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ा और हार गए।