जानिए क्यों और कैसे हुई Asia Cup की शुरुआत, भारत ने कैसे लगातार चार बार जीता खिताब
एशिया कप इस बार 15 से 28 सितंबर तक चलेगा, जिसमें भारत, पाक और हांगकांग ग्रुप-ए में है। इसके अलावा अफगानिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका ग्रुप-बी में शामिल हैं।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। दो बार का विश्व चैंपियन भारत शनिवार से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में शुरू होने जा रहे एशिया कप में रिकॉर्ड सातवीं बार खिताब अपने नाम कर अपना दबदबा कायम रखना चाहेगा। भारत ने अब तक सर्वाधिक छह बार एशिया कप का खिताब जीता है। इनमें पांच बार वनडे प्रारूप में और एक बार टी-20 प्रारूप में जीते गए खिताब शामिल हैं। ये टूर्नामेंट 1984 में शुरू हुआ और इसकी शुरूआत एक खास मकसद से साथ की गई थी।
ऐसे हुई थी एशिया कप की शुरुआत
एशियाई देशों के बीच सद्भाव बनाए रखने के लिए 1983 में एशियाई क्रिकेट परिषद का गठन किया गया था। यहीं से इस टूर्नामेंट को भी आयोजित कराने का फैसला हुआ। इसके बाद पहली बार 1984 में इस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था। शुरू में इस टूर्नामेंट को दो साल के अंतराल पर आयोजित किया गया, लेकिन उसके बाद इसका आयोजन चार साल बाद होने लगा। 2008 से इसे फिर से नियमित रूप से दो साल के अंतराल पर आयोजित किया जा रहा है।
भारत ने लगातार चार बार जीता खिताब
अप्रैल 1984 में यूएई के शारजाह में खेले गए एशिया कप के पहले संस्करण में भारत ने श्रीलंका को 10 विकेटों से हराकर खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद उसने 1988 में बांग्लादेश की मेजबानी में श्रीलंका को छह विकेट से मात देकर दूसरी बार खिताब पर कब्जा जमाया था। भारतीय टीम ने एशिया कप में खिताबी हैट्रिक अपनी मेजबानी में 1990/91 में पूरी की थी जब उसने श्रीलंका को सात विकेट से हराया था। इसके बाद उसने 1995 में शारजाह में श्रीलंका को ही आठ विकेट से पराजित कर लगातार चौथी बार खिताब जीता था। आपको बता दें कि 1986 में खेले गए एशिया कप में भारत ने हिस्सा नहीं लिया था। 1986 में श्रीलंका ने इस खिताब को अपने नाम किया था।
15 वर्षो का लंबा इंतजार
1995 में खिताब जीतने के बाद भारत को अपने अगले खिताब के लिए 15 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा था। हालांकि इन 15 वर्षो के बीच में वह तीन बार खिताब जीतने से चूक गया था और तीनों बार श्रीलंका के हाथों फाइनल में उसे हार का सामना करना पड़ा था। लगातार दो बार खिताब से चूकने के बाद भारत ने 2010 में मेजबान श्रीलंका को 81 रन से हराकर रिकॉर्ड पांचवीं बार एशिया का चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। लेकिन, इसके बाद वह 2012 और 2014 में फाइनल में पहुंचने में नाकाम रहा। 2016 में पहली बार टी-20 प्रारूप में शुरू किए इस टूर्नामेंट में भारत ने मेजबान बांग्लादेश को मात देकर खिताब अपने नाम किया।
एशिया कप में ऐसा रहा है भारत का रिकॉर्ड
भारत ने एशिया कप के इतिहास में अब तक कुल 48 मैच खेले हैं, जिसमें से उसने 31 जीते हैं और 16 हारे हैं, जबकि एक मैच का कोई परिणाम नहीं निकला है।
श्रीलंका पांच बार जीता
श्रीलंका पांच बार (1986, 1997, 2004, 2008 और 2014) में इस खिताब पर कब्जा जमा चुका है। उसने एशिया कप में अब तक कुल 52 मैच खेले हैं जिसमें 35 जीते हैं और 17 हारा है। वहीं बांग्लादेश दो बार (2012, 2016) उप विजेता रह चुका है। बांग्लादेश ने 42 मैच खेले हैं जिसमें सात जीता है और 35 हारे हैं। पाकिस्तान भी दो बार (2000 और 2012) एशिया कप का खिताब जीता है। उसने इसमें कुल 44 मैच खेले हैं जिसमें से 26 जीते हैं और 17 हारे हैं, जबकि एक का कोई परिणाम नहीं निकला है।
भारत का पहला मुकाबला 18 को
एशिया कप इस बार 15 से 28 सितंबर तक चलेगा, जिसमें भारत, पाक और हांगकांग ग्रुप-ए में है। इसके अलावा अफगानिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका ग्रुप-बी में शामिल हैं। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीमें सुपर फोर में अपना स्थान पक्का करेंगी। नियमित कप्तान विराट कोहली के बिना टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पहुंची भारतीय टीम को अपना पहला मुकाबला हांगकांग से 18 सितंबर को खेलना है।