युवराज सिंह ने संन्यास को लेकर किया खुलासा, कहा 2019 के बाद करूंगा फैसला
युवराज ने अपने संन्यास के बारे में बताया कि वो अभी साल 2 019 तक क्रिकेट खेलते रहेंगे उसके बाद फैसला लेंगे।
नईदिल्ली, जेएनएन। साल 2011 के विश्वकप में गेंद और बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन कर अपनी टीम को वर्ल्डकप जिताने वाले युवराज सिंह ने क्रिकेट करियर से संन्यास लेने का खुलासा किया है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने अपने संन्यास के बारे में खुलासा किया है। युवराज ने अपने संन्यास लेने के बारे में कहा कि अभी तो साल 019 तक वो आराम से क्रिकेट खेलते रहेंगे, उसके बाद ही वो संन्यास के बारे में फैसला करेंगे।
18वें लारेंस विश्व खेल पुरस्कारों में शिरकत करने पहुंचे युवराज सिंह ने मीडिया को बताया कि 'अभी मेरा फोकस आइपीएल 201 पर है यहां मैं बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहूंगा। मेरे लिये यह टूर्नामेंट बहुत ही अहम है, क्योंकि इसी टूर्नामेंट के प्रदर्शन के आधार पर मेरी 2019 तक क्रिकेट खेलने की दिशा तय होगी। मैं अपना क्रिकेट करियर साल 2019 तक जारी रखना चाहता हूं और उसके बाद मैं अपने संन्यास लेने का फैसला करुंगा।'
आपको बता दें कि युवराज ने भारत के लिए आखिरी वनडे जून 2017 में खेला था। उन्होंने कहा कि आईपीएल का आगामी सत्र उनके लिये काफी अहम है क्योंकि यहां अच्छे प्रदर्शन से साल 2019 के विश्वकप में खेलने का रास्ता निकलेगा।
भारतीय टीम को साल 2011 के विश्वकप में विश्व चैंपियन बनाने में युवराज का बड़ा योगदान था। अपने बेहतरीन प्रदर्शन के चलते वो 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' घोषित किये गए थे। भारतीय क्रिकेट में युवराज एक जुझारू खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं चाहे वो बल्लेबाजी की बात हो या फिर गेंदबाजी की। 2011 का विश्ववकप जीतने के बाद वो निजी जीवन में कैंसर की जंग जीते और एक बार फिर से क्रिकेट के मैदान पर वापसी की। युवराज को अपने क्रिकेट करियर में सिर्फ एक ही कमी खलेगी कि वो टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर अपनी पहचान बनाने में असफल रहे।
18वें लारेंस विश्व खेल पुरस्कारों में आये युवराज सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली और टीम की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा,‘भारतीय टीम के लिये यह बेहतरीन प्रदर्शन रहा। टेस्ट सीरीज हारने के बाद भारत ने शानदार वापसी की और कोहली की अगुवई में बेहतरीन प्रदर्शन किया। इस दौरे में भारतीय स्पिनरों खासकर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव का प्रदर्शन शानदार रहा। भारतीय टीम के दबदबे का अंदाजा हम इसी बात से लगा सकते हैं कि विदेशी दौरे पर तीन सीरीज खेलकर उनमें से दो सीरीज जीत लेना।