मानसिक या तकनीकी दृष्टिकोण से कुछ भी बदलने की जरूरत नहीं, अपनी बल्लेबाजी पर बोले रिद्धिमान साहा
भारतीय टेस्ट टीम के अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने कहा कि जाहिर है जब आप अच्छा नहीं करेंगे तो आलोचना भी होगी। मैं हमेशा उस तरह का प्रदर्शन करने की कोशिश करता हूं जैसा मैंने वर्षो से सीखा है।
कोलकाता, प्रेट्र। भारतीय टेस्ट टीम के अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा एक बार फिर से उसी स्थिति में आ गए हैं जब वह 10 साल पहले तत्कालीन कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी के उत्तराधिकारी (विकेटकीपिंग में विकल्प) के तौर पर 2011 में इंग्लैंड दौरे पर गए थे। ऐसी ही कहानी 2014 में भी सामने आई और विकेट के पीछे शानदार कौशल होने के बावजूद 2021 (इंग्लैंड दौरे पर) में एक बार फिर से वह ड्रेसिंग रूम से शानदार बल्लेबाजी लय में चल रहे युवा विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को मैदान में कीपिंग करते हुए देखेंगे।
साहा ने मुंबई में भारतीय टीम के बायो-बबल (कोरोना से बचाव के लिए तैयार किया गया सुरक्षित माहौल) में शामिल होने से पहले कहा, 'जाहिर है, जब आप अच्छा नहीं करेंगे तो आलोचना भी होगी। मैं हमेशा उस तरह का प्रदर्शन करने की कोशिश करता हूं जैसा मैंने वर्षो से सीखा है। अगर लोग कह रहे हैं कि मेरी बल्लेबाजी अच्छी नहीं है, तो शायद ऐसा हो सकता है। हालांकि, मुझे नहीं लगता कि मानसिक या तकनीकी दृष्टिकोण से कुछ भी बदलने की जरूरत है।'
रिषभ ने मौके का पूरा फायदा उठाया और टीम में अपनी जगह पक्की कर ली
साहा ने माना कि धौनी के संन्यास और 2018 के पूरे सत्र के दौरान उनके चोटिल होने के बाद जिन विकेटकीपरों को मौका मिला उसमें पंत ने ही सबसे अच्छा उपयोग किया। साहा ने कहा, 'जब मैं चोट के कारण बाहर हुआ तो पार्थिव पटेल, दिनेश कार्तिक और पंत को मौके मिले। लेकिन रिषभ ने मौके का पूरा फायदा उठाया और टीम में अपनी जगह पक्की कर ली।' भारत के लिए 38 टेस्ट में 1251 रन बनाने के साथ विकेट के पीछे 103 शिकार करने वाले साहा ने कहा कि भारत का प्रतिनिधित्व करना अपने आप में एक बड़ी प्रेरणा है और अगर मुझे कोई मौका मिलता है तो यह बड़ी बात होगी।