रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव MS Dhoni के बिना पहले जैसे नहीं रहे, पूर्व विकेटकीपर ने दिया बयान
किरण मोरे ने कहा कि विकेट के पीछे एम एस धौनी की मौजूदगी इस क्रिकेट सीरीज के दौरान बड़ी शिद्दत के साथ महसूस की गई। साल 2020 में 15 अगस्त को धौनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। Ind vs Aus: भारतीय स्पिनर्स ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे व टी20 सीरीज में संघर्ष करते नजर आए। टीम इंडिया के स्पिनर्स जैसे कि कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, युजवेंद्रा चहल नियमित अंतराल पर विकेट लेने में सक्षम नजर नहीें आए। वनडे सीरीज में भारतीय स्पिनर्स की जमकर धुनाई हुई और 2-1 से सीरीज भी गंवानी पड़ी। टीम इंडिया के स्पिनर्स क्यों संघर्ष करते नजर आए इसके बारे में भारत के पू्र्व विकेटकीपर-बल्लेबाज किरण मोरे ने बताया।
किरण मोरे ने कहा कि विकेट के पीछे एम एस धौनी की मौजूदगी इस क्रिकेट सीरीज के दौरान बड़ी शिद्दत के साथ महसूस की गई। साल 2020 में 15 अगस्त को धौनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। जब वो विकेट के पीछे होते थे तो उनके अनुभव का फायदा स्पिनर्स को खूब मिलता था साथ ही वो उन्हें लगातार सलाह देते रहते थे कि किस बल्लेबाज के खिलाफ किस तरह से गेंदबाजी करनी है।
एम एस धौनी स्टंप के पीछे से जिस तरह से गेंदबाजों को सलाह देते थे इससे वो भारतीय टीम को ब्रेकथ्रू दिलाते रहते थे। किरण मोरे का मानना है कि धौनी की गैरमौजूदगी में कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा पहले जैसे गेंदबाज नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि धौनी के समय वो लगातार स्पिनरों को सलाह देते रहते थे कि उन्हें किस लाइन व लेंथ पर गेंद फेंकनी है। अब वो नहीं हैं और स्पिनर संघर्ष कर रहे हैं। आप देख सकते हैं कि कुलदीप और जडेजा पहले जैसे नहीं दिख रहे हैं।
वनडे सीरीज में चहल, जडेजा व कुलदीप की गेंद पर कंगारू बल्लेबाजों ने खूब रन बनाए जबकि कुलदीप ने एक विकेट लिए, तो वहीं जडेजा ने तीन वनडे मैचों में 180 रन देकर सिर्फ एक विकेट लेने में सफलता हासिल की। वहीं चहल ने दो वनडे मैचों में 160 रन देकर सिर्फ एक ही विकेट लिया था।