ASIA CUP: टीम इंडिया की कप्तानी को लेकर ये क्या बोल गए रोहित शर्मा?
वहीं रवींद्र जडेजा की वापसी पर रोहित ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उन्हें ब्रेक दिया गया था बल्कि उन्हें टीम से बाहर किया गया था
नई दिल्ली, जेएनएन। एशिया कप में भारत को अपनी कप्तानी में खिताब जीताने वाले रोहित शर्मा की कप्तानी की तारीफ हर जगह हो रही है। कई क्रिकेट दिग्गजों का भी मानना है कि रोहित एक बेहतरीन लीडर है और भारत के नियमित कप्तान बनने के हकदार भी है।
अब एशिया कप का खिताब जितने के बाद जब रोहित से पूछा गया कि क्या वह टीम इंडिया के नियमित कप्तान बनने की इच्छुक है तो उन्होंने कहा जरूर, हम अभी जीते हैं इसी वजह से मैं इसके लिए तैयार हूं। मुझे जब भी मौका मिलेगा, मैं इसके लिए तैयार रहूंगा।
We always keep learning from Dhoni bhai because he's an amazing captain. I've seen him captaining for so many yrs. He doesn't panic&thinks before taking a decision. We have played under him for so many years, he always advises us, whatever be the situation: R Sharma #AsiaCupFinal pic.twitter.com/BMMqkKaz3D — ANI (@ANI) September 28, 2018
रोहित ने अपनी शांत कप्तानी का श्रेय महेंद्र सिंह धौनी को देते हुए कहा कि हम हमेशा ही धौनी भाई से सीखते हैं क्योंकि वह महान कप्तान है। जब भी हमे मैदान पर कोई दिक्कत हो तो वह हमेशा मदद के लिए खड़ रहते हैं। मैंने उन्हें बहुत साल कप्तानी करते हुए देखा है, इस दौरान मैंने ये देखा है कि वह कभी घबराते नहीं है।
रोहित ने कहा कि अगर धौनी को कोई फैसला लेना है तो वह कुछ सेकेंड सोचते हैं और फिर फैसला करते हैं, मुझे लगता है कि मैं भी कुछ ऐसा ही करता हूं। मैं भी हमेशा सोचकर ही फैसला लेता हूं। जब आप 50 ओवर की क्रिकेट खेल रहे हो तो आपके पास काफी समय है लेकिन इस टाइम का उपयोग करना भी आना चाहिए।
As far as batting is concerned, our middle order didn't get enough chance to bat because top order batsmen batted more in tournament. But whenever they got a chance, they showed signs of handling pressure really well. Overall, our performance has been really dominating: R Sharma pic.twitter.com/KSZqn3wr2x— ANI (@ANI) September 28, 2018
वहीं रवींद्र जडेजा की वापसी पर रोहित ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उन्हें ब्रेक दिया गया था बल्कि उन्हें टीम से बाहर किया गया था और जब आप टीम से बाहर होते तो जल्द से जल्द टीम में दोबारा शामिल होना चाहते हो। इस टूर्नामेंट में उसने जिस तरह वापसी की, वह दर्शाता है कि उसमें कितनी काबिलियत है। अब वह पहले से ज्यादा बेहतर खिलाड़ी बन कर टीम में आया है।
पहले मैच से पहले वह उसी दिन फ्लाइट से आया था और आते ही उसने मैदान पर 4 विकेट लिए। फाइनल में भी उन्होंने जिस तरह मिथुन को रन आउट किया, वह मैच का टर्निंग पॉइंट था। बल्लेबाजी में उसने केवल 25 रन बनाए। अगर आप मैच के हालात के हिसाब से देखें तो मैं कहूंगा कि वो 50 रन के बराबर थे।