सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन की सफलता में किसका है योगदान, सचिन तेंदुलकर ने बताया
सचिन ने माना कि टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ तैयार करने में आइपीएल का बड़ा योगदान क्योंकि इस लीग में खिलाड़ियों को वर्ल्ड लेवल के खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलता है और इसका उन्हें काफी फायदा मिला है।
रायपुर, एएनआइ। टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बताया कि, सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन की सफलता का श्रेय इंडियन प्रीमियर लीग है। आइपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले इन दोनों बल्लेबाजों ने टी20 में भारत के लिए डेब्यू कर लिया है और दोनों ने ही अपने-अपने पहले मैच में शानदार पारी खेलते हुए अर्धशतक भी लगाया था। सचिन ने कहा कि, सूर्य और ईशान दोनों की इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए पूरी तरह से तैयार हैं साथ ही वो टी20 वर्ल्ड कप के लिए भी तैयार हैं और इसके लिए मैं शुरू से ही मानता रहा हूं कि, इसका पूरा श्रेय आइपीएल को जाता है।
सचिन ने माना कि, टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ तैयार करने में आइपीएल का बड़ा योगदान क्योंकि इस लीग में खिलाड़ियों को वर्ल्ड लेवल के खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलता है और इसका उन्हें काफी फायदा मिला है। उन्होंने कहा कि, जब हम खेलते थे तब मैं वसीम अकरम के खिलाफ नहीं खेला था। जब हम ऑस्ट्रेलिया में खेले थे तब मैं शेन वॉर्न, क्रेग मैकडरमोट या फिर मर्व ह्यूज के खिलाफ नहीं खेला था। हम वहां पर जाते थे और फिर हर बात के बारे में पता लगाना पड़ता था कि, क्या हुआ है।
सचिन ने कहा कि, आइपीएल की वजह से घरेलू स्तर के खिलाड़ियों को भी बड़े प्लेयर्स के साथ या फिर उनके खिलाफ खेलने का मौका मिला है साथ ही वो उन खिलाड़ियों के कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं। उन्होंने कहा कि आइपीएल की मदद से, मेरा मतलब है कि जब मैं चौथा मैच देख रहा था तो सूर्य बल्लेबाजी कर रहा था और जोफ्रा आर्चर और बेन स्टोक्स उसे गेंदबाजी कर रहे थे और कमेंटेटर ने कहा कि सूर्य के लिये यह नया नहीं है क्योंकि वह राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेल चुका है।
उन्होंने कहा कि दोनों आर्चर और स्टोक्स राजस्थान रॉयल्स के लिये खेलते हैं इसलिये यह कुछ भी नया नहीं था और वह जानता है कि वे क्या करते हैं और वह उनके खिलाफ पहले ही खेल चुका है। इसलिये यह पहली बार नहीं था। तेंदुलकर ने कहा कि, यही कारण है कि मैं कह रहा हूं कि ये दोनों खिलाड़ी भारत के लिये खेलने के लिये तैयार हैं और यही दिखाता है कि हमारी टीम की ‘बेंच स्ट्रेंथ’ क्या है, यह सचमुच काफी मजबूत है। इसलिये अब हमारे क्रिकेट की खूबसूरती यही है कि ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो खेलने के लिये तैयार हैं।