कोहली व रोहित के लिए अलग-अलग कप्तानी का फंडा क्यों हैं फायदेमंद, रवि शास्त्री ने किया खुलासा
रवि शास्त्री ने कहा मुझे लगता है कि यह तरीका सही है। यह विराट और रोहित दोनों के लिए अच्छा होगा क्योंकि पता नहीं है कि कब तक बायो-बबल की जिंदगी जीनी पड़ेगी। एक व्यक्ति अकेले नहीं संभाल सकता।
मुंबई, प्रेट्र। पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने राष्ट्रीय टेस्ट और सीमित ओवरों की टीम के लिए अलग-अलग कप्तान नियुक्त करने के हालिया फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह टेस्ट कप्तान विराट कोहली और सीमित ओवरों के उनके समकक्ष रोहित शर्मा के लिए फायदे की स्थिति हो सकती है, क्योंकि उन्हें बायो-बबल (कोरोना से बचाव के लिए बनाए गए सुरक्षित माहौल) में रहते हुए व्यस्त कार्यक्रम का सामना करना है।
कोहली भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान हैं, जबकि रोहित को हाल ही में टी-20 और वनडे टीम का कप्तान बनाया गया है। शास्त्री ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह तरीका सही है। यह विराट और रोहित दोनों के लिए अच्छा होगा, क्योंकि पता नहीं है कि कब तक बायो-बबल की जिंदगी जीनी पड़ेगी। एक व्यक्ति अकेले नहीं संभाल सकता। यह आसान नहीं है।' कोहली अब टेस्ट टीम की कप्तानी जब तक चाहें कर सकते हैं। वो अब अपनी बल्लेबाजी पर भी ध्यान दे सकते हैं और उनमें अभी 5-6 साल का क्रिकेट शेष है।
शास्त्री ने कहा कि वह रोहित को बतौर सलामी बल्लेबाज स्थापित करना चाहते थे। उन्होंने कहा, 'मैं जो करना चाहता था वह मेरे दिमाग में साफ था। मुझे लगता था कि बतौर बल्लेबाज उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं करा सका तो एक कोच के तौर पर यह मेरी नाकामी होगी क्योंकि वह अपार प्रतिभाशाली हैं।' भारत के लिए 80 टेस्ट खेल चुके शास्त्री ने कोहली से अपने संबंधों के बारे में कहा, 'हम दोनों काफी आक्रामक हैं और जीत के लिए ही खेलना चाहते हैं। हमें बहुत जल्दी अहसास हुआ कि जीतने के लिए 20 विकेट लेने होते हैं और हमने आक्रामक तथा निर्भीक क्रिकेट खेलने का फैसला किया। इसमें कई बार हार भी मिलती है, लेकिन एक बार पड़ जाए तो यह आदत संक्रामक है।'