Move to Jagran APP

टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए कोरोना काल में क्या है सबसे महत्वपूर्ण संदीप पाटिल ने बताया

संदीप पाटिल ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों के सलाह दी वो किस तरह से मैदान पर वापसी के बाद खुद को चोट से बचा पाएंगे।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 06:58 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jun 2020 06:58 PM (IST)
टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए कोरोना काल में क्या है सबसे महत्वपूर्ण संदीप पाटिल ने बताया
टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए कोरोना काल में क्या है सबसे महत्वपूर्ण संदीप पाटिल ने बताया

नई दिल्ली, प्रेट्र। कोविड 19 महामारी की वजह से क्रिकेटर्स लंबे वक्त के मैदान से दूर हैं और भारत में क्रिकेट की शुरुआत दोबारा कब होगी इसके बारे में कुछ साफ नहीं है। खैर क्रिकेट की वापसी जब भी हो, इतने लंबे वक्त तक मैदान से दूर रहने के बाद खिलाड़ियों के लिए एकदम से मैच फिट होना आसान नहीं होगा। क्रिकेट एक्सपर्ट का कहना है कि लंबे वक्त तक दूर रहने के बाद खिलाड़ी जब मैदान पर वापसी करेंगे तब उनके चोटिल होने का चांस होगा। 

loksabha election banner

अब टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज व कोच संदीप पाटिल ने भारतीय खिलाड़ियों को सलाह दी है कि वो खुद को मानिसक रूप से मजबूत बनाए रखें जिससे कि वो दोबारा क्रिकेट शुरू होने की स्थिति में सही-सलामत वापसी करें। कोरोना वायरस महामारी के कारण क्रिकेट मैचों पर रोक के बाद इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच पहला अंतरराष्ट्रीय मैच अगले महीने जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण में खेला जाएगा। भारतीय टीम को हालांकि निकट भविष्य में कोई क्रिकेट मैच नहीं खेलना।

स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में संदीप पाटिल ने कहा कि ये काफी अनिश्चित समय है और किसी भी खिलाड़ी के लिए बिना चोट के वापसी करना बड़ी चुनौती है। लेकिन उन्हें याद रखने की जरूरत है कि इन सभी चुनौतियों से मजबूत मानसिकता के साथ निपटना होगा।’ उन्होंने कहा कि आपको धीमी शुरुआत करनी होगी और सुनिश्चित करना होगा कि आपका ध्यान पूरी तरह से चोट मुक्त वापसी पर रहे।

उन्होंने कहा कि जब मैं कीनिया का कोच था तब मैं हमेशा ध्यान देता था कि किसी टूर्नामेंट से पहले खिलाड़ी मानसिक रूप से मजबूत रहें। भारतीय टीम के लिए 1980 से 1984 के बीच 29 टेस्ट खेलने वाले 63 साल के पाटिल ने 1983 विश्व कप फाइनल में वेस्टइंडीज की मजबूत टीम के खिलाफ भारत की जीत का उदाहरण देते हुए कहा कि इस मैच से साबित होता है कि मानसिक मजबूती से कैसे मैच जीते जा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप 1983 के फाइनल में 183 रन पर आउट के बाद हमने सोचा कि हमारी संभावना खत्म हो गई है। लेकिन दूसरी पारी के लिए मैदान पर पैर रखने से पहले हम सभी ने हार नहीं मानने का फैसला किया और बाकी सब कुछ इतिहास है। भारत की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे पाटिल ने कहा कि गार्डन ग्रिनिज, विव रिचर्ड्स जैसों को गेंदबाजी करना आसान काम नहीं था लेकिन हमारा ध्यान किसी भी कीमत पर खिताब जीतने पर केंद्रित था और इस वजह से ही हम सफल हुए। उन्होंने कहा कि मानसिक तौर पर मजबूत होकर ही कुछ हासिल किया जा सकता है और ये सभी खिलाड़ियों के लिए जरूरी है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.