विराट ने दिया दिल छू लेने वाला बयान, कहा- बस टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन मेरा लक्ष्य
विराट ने कहा कि उनकी प्रतिस्पर्द्धा किसी के साथ नहीं है।
सेंचुरियन, पीटीआइ। विराट कोहली की 22 गज की पिच पर उनकी अपनी ही दुनिया है, लेकिन वह विश्व क्रिकेट में किसी से प्रतिस्पर्धा नहीं रखते हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ छह मैचों की वनडे सीरीज में विराट ने शानदार 558 रन बनाकर रिकॉर्ड बना दिया, जिसमें तीन शतक भी शामिल थे, लेकिन उन्होंने साफ कर दिया है कि वह खबरों में आने के लिए कभी भी क्रिकेटर नहीं बने।
भारतीय कप्तान विराट ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि मैं किसी से भी प्रतिस्पर्धा करता हूं। अगर आप किसी से आगे निकलने की होड़ करते हो, तो एक दिन जरूर रेस से बाहर हो जाते हैं। विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज होने का टैग देने पर विराट ने कहा कि मैं किसी तरह का टैग नहीं चाहता हूं। मैं किसी हेडलाइन में भी नहीं आना चाहता हूं। मैं बस मैदान में जाता हूं और अपना काम करता हूं। यह लोगों पर निर्भर करता है कि वह क्या लिखते हैं। मुझे कुछ भी कहलाए जाना पसंद नहीं है। यह मेरा काम है और मैं इससे खुश हूं। मैं बस खेल के दायरे में रहकर कड़ी मेहनत करना करता हूं और मैं टीम के लिए बेहतर से बेहतर करना चाहता हूं।
टीम की नजरों में चढ़ना पसंद : कप्तान ने कहा कि लोगों के मन में चढ़ने की जगह वह अपनी टीम की नजरों में चढ़ना पसंद करते हैं। मुझे इससे मायने रखता है कि टीम प्रबंधन क्या सोचता है। मैं खिलाडि़यों के बारे में क्या सोचता हूं और खिलाड़ी मेरे बारे में क्या सोचते हैं। यही सब मेरे लिए मायने रखता है। मुझे पता है कि हेडलाइन तो हर दिन बदलती हैं। कल अगर मैं कोई गलत शॉट खेलूं और शून्य पर आउट हो जाऊं तो हर कोई वही करेगा जो वह करना चाहता है। ऐसे में यह मेरा काम नहीं है कि मैं बताऊं कि मैं क्या करता हूं। हां, यदि मेरे से कोई गलती होगी तो मैं यहां आऊंगा और उसको स्वीकार करूंगा। मैं बहाना देने वालों में से नहीं हूं। मैं उनमें से नहीं हूं कि गलती करूं और अपना बचाव करूं। मैं ऐसा कभी नहीं करता क्योंकि यही मेरी नौकरी है। कोहली के बयानों से साफ लगा कि पिछली आलोचनाओं से वह कितना आहत हुए हैं।
हमने अपना दिमाग नहीं बदला : भारत की विदेश में सबसे अच्छी जीत के बारे में जब कप्तान से पूछा तो उन्होंने कहा कि एक महीने पहले हम बेहद खराब टीम थे। अब हमसे यह सवाल पूछा जा रहा है। हमने अपना दिमाग नहीं बदला है। अब यह हमारी सबसे बड़ी जीत है या नहीं, जो भी इस पर गौर करना चाहता है तो उस पर लिख सकता है। मैं तथ्यों के साथ कहना चाहूंगा कि 90 प्रतिशत लोगों ने हमें दो टेस्ट के बाद कोई मौका नहीं दिया होगा। मैं इसी कमरे में बैठा था और मीडिया के सवालों का जवाब दे रहा था। ऐसे में मुझे पता है कि हम कहां से चलकर यहां पहुंचे हैं। मैं किसी भी सपनों की दुनिया में इस समय नहीं खोना चाहता हूं और और सभी प्रशंसा का स्वागत करता हूं। सही कहूं तो मुझे फर्क नहीं पड़ता है कि हम 0-2 से पिछड़े हुए थे, ना ही मुझे फर्क पड़ता है कि हम 5-1 से सीरीज जीते क्योंकि मेरे लिए चेंज रूम में मिला सम्मान मायने रखता है।
कई जगह सुधार की जरूरत : इस समय विश्व के सर्वश्रेष्ठ कप्तान में से एक विराट ने कहा कि हमें अब भी कई जगहों पर सुधार की जरूरत है, क्योंकि हमारा ध्यान 2019 में होने वाले विश्व कप पर है। हम टीम की तरह बैठते हैं और अपने सुधार पर बात करते हैं, जहां जरूरत होती है। मैं नहीं कहूंगा कि ऐसी कोई जगह नहीं है जहां हमें सुधार की जरूरत नहीं है।
आखिरी वनडे में भुवनेश्वर की जगह शार्दुल को शामिल करने पर विराट ने कहा कि हमें बुमराह को आराम देने में कोई जरूरत नहीं दिखी, क्योंकि वह सीमित ओवर क्रिकेट में बदले नहीं जा सकते हैं। ऐसे में हमारे पास एक ही शख्स था जिस पर हम प्रयोग कर सकते थे, वह भुवी थे क्योंकि उन पर अत्यधिक बोझ था। बुमराह विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं। ऐसे में बुमराह को हटाना ऐसा ही है जैसे रोहित या धवन में से किसी को हटाना।