विराट कोहली के समर्थन में आए वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और संजय मांजरेकर की कर दी बोलती बंद
IPL 2020 आरसीबी के खिताबी दौड़ से बाहर होने के बाद टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर व संजय मांंजरेकर ने कहा कि विराट कोहली को टीम की कप्तानी से हटा देना चाहिए लेकिन वीरेंद्र सहवाग अब विराट को साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। विराट कोहली की कप्तानी में आरसीबी ने चार साल में पहली बार प्लेऑफ में जगह बनाई थी। इस सीजन में लीग की शुरुआत में एक समय ऐसा भी आया जब आरसीबी अंकतालिका में पहले नंबर पर पहुंच गई थी, लेकिन फिर ऐसा भी समय आया की विराट की टीम नेट रन रेट के आधार पर टॉप चार में जगह बना पाई और केकेआर उससे जरा सा ही पीछे रह गई। विराट की टीम एलिमिनेटर मैच खेलने से ठीक पहले लगातार चार मैच हार गई थी और फिर अहम मुकाबले में हैदराबाद के हाथों भी उसे पराजित होना पड़ा।
आरसीबी के खिताबी दौड़ से बाहर होने के बाद टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और संजय मांजरेकर ने विराट कोहली को कप्तानी से हटाने की बात भी कह दी थी। विराट कोहली साल 2013 से इस टीम की कप्तानी कर रहे हैं और उनकी अगुआई में ये टीम सिर्फ साल 2016 में फाइनल खेली थी जहां उसे हार मिली थी। उसके बाद इस टीम का प्रदर्शन और खराब हो गया, लेकिन साल 2020 में आरसीबी ने पिछले तीन साल के मुकाबले थोड़ा बेहतर प्रदर्शन किया।
कुछ खिलाड़ियों ने जहां विराट को कप्तानी से हटाने की बात कर रहे हैं तो वहीं वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि, विराट को कप्तानी से हटाना कोई समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि, आरसीबी को अपनी टीम को और बेहतर बनाने के बारे में सोचना चाहिए और विराट को कप्तान बनाए रखना चाहिए। वीरू ने कहा कि कप्तान के लिए अहम ये है कि उनसे पास एक अच्छी टीम हो और इसलिए मेरा विश्वास है कि मैनेजमेंट को कप्तान बदलने के बारे में नहीं सोचना चाहिए बल्कि उन्हें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि टीम को और कैसे बेहतर बनाया जा सकता है।
सहवाग ने कहा कि हर टीम की बल्लेबाजी क्रम लगभग सेटल है, लेकिन आरसीबी के साथ ऐसा कभी नहीं रहा। इस टीम में सिर्फ एबी और विराट ही हैं जो बल्लेबाजी क्रम में ऊपर-नीचे जा सकते हैं वहीं इस बार देवदत्त पडीक्कल ने अच्छा किया था। मुझे लगता है कि आरसीबी को एक और ओपनर और एक अच्छे निचले क्रम के बल्लेबाज की जरूरत है। ये पांच बल्लेबाज मैच जीतने के लिए काफी होंगे। इसके अलावा उन्हें भारतीय तेज गेंदबाजों पर भी भरोसा जताना होगा।