विराट कोहली टेस्ट सीरीज में मैदान से बाहर रहकर भी कर रहे थे कप्तानी, रिषभ पंत को लेकर दी थी बड़ी सलाह
विराट कोहली बेशक तीन टेस्ट मैचों के दौरान टीम इंडिया के साथ नहीं थे लेकिन रिषभ पंत को लेकर उन्होंने एक ऐसी सलाह दी थी जिसकी वजह से इस टेस्ट सीरीज का पूरा नतीजा ही बदल गया। रिषभ ने टेस्ट जीत में कितनी बड़ी भूमिका निभाई से सबके सामने है।
नई दिल्ली, जेएनएन। रिषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए चार मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया की जीत में सबसे अहम कड़ी साबित हुए थे। उन्हें इस सीरीज के तीन मैचों में खेलने का मौका मिला था और उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने में भी कामयाबी हासिल की। इस टेस्ट सीरीज में उनकी बल्लेबाजी का क्रम भी उपर किया गया था। अब टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने खुलासा किया है कि, रिषभ पंत को बल्लेबाजी के लिए उपर भेजने का आइडिया विराट कोहली ने दिया था। विराट कोहली इस दौरे पर वनडे व टी20 सीरीज साथ ही एक टेस्ट मैच में कप्तानी करने के बाद भारत वापस आ गए थे।
टेस्ट सीरीज में विराट कोहली की कप्तानी में अजिंक्य रहाणे ने कई स्टार खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भी टीम इंडिया को 2-1 से एतिहासिक जीत दिलाई थी। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में हार मिलने के बाद टीम इंडिया ने किस रणनीति के तहत फिर से टेस्ट सीरीज में वापसी की, इसके बारे में टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने खुलासा किया। आर अश्विन के यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए विक्रम राठौड़ ने बताया कि किस तरह से भारतीय थिंक टैंक व टीम के नियमित कप्तान विराट कोहली ने टीम की वापसी के लिए रणनीति बनाई।
विक्रम राठौड़ ने कहा कि, वो विराट कोहली ही थे जिन्होंने विस्फोटक बल्लेबाज रिषभ पंत को नंबर 5 पर बल्लेबाजी करवाने की सलाह दी थी। रिषभ के नंबर 5 पर उतरने से भारत का लेफ्ट-राइट बैटिंग कांबिनेशन बनता और इसका टीम को फायदा भी हुआ। विक्रम राठौड़ ने कहा कि, ये मेरी योजना नहीं था और मैं इसका क्रेडिट नहीं लूंगा। ये विराट कोहली की योजना थी कि उन्हें प्रमोट किया जाए और हम सब इससे सहमत थे क्योंकि इससे हमारा लेफ्ट-राइट कांबिनेशन बनता।
विक्रम राठौड़ ने बताया कि, आखिरी टेस्ट मैच यानी गाबा में भी हमने रिषभ पंत की बल्लेबाजी क्रम को लेकर विचार-विमर्श किया था। गाबा में रिषभ ने दूसरी पारी में नाबाद 89 रन की पारी खेली थी और टीम को जीत दिलाकर पवेलियन वापस आए थे। उन्होंने कहा कि, हम गाबा टेस्ट जीतने के लिए खेल रहे थे और हमारा विचार था कि हमें रन बनाने हैं। ये सही समय था कि हम रिषभ पंत को नंबर 5 पर भेजें और इसके लिए कोच रवि शास्त्री समेत सभी सहमत थे। रवि भाई भी लेफ्ट-राइट कांबिनेशन को लेकर सहमत थे क्योंकि उनका मानना था कि कंगारू गेंदबाज लेफ्ट हैंडेड बल्लेबाज को सही तरीके से गेंद कर पाने में समर्थ नहीं दिख रहे थे और ऐसे में हमें एक बाएं हाथ के बल्लेबाज को कहीं पर सेट करने की जरूरत थी जिसका हमें फायदा मिल सके।