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मुंबई टेस्ट मैच से पहले सुनील गावस्कर की भविष्यवाणी, बताया किसको मिलेगी पिच से मदद

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने मुंबई में भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले दूसरे टेस्ट मैच की पिच को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। उनका कहना है कि पिच पर टर्न और उछाल मिलेगा।

By Vikash GaurEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 07:56 AM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 07:56 AM (IST)
मुंबई टेस्ट मैच से पहले सुनील गावस्कर की भविष्यवाणी, बताया किसको मिलेगी पिच से मदद
वानखेड़े में दूसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा

सुनील गावस्कर का कालम। मुंबई में बेमौसम बरसात और अपेक्षाकृत खराब रोशनी वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच की शुरुआत में देरी की वजह बन सकती है। इससे भी अहम ये कि इस वजह से दोनों टीमों को अपनी अंतिम एकादश चुनने में काफी सोच-विचार की जरूरत पड़ेगी।

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वानखेड़े की पिच पर लाल मिट्टी है, जिसका मतलब ये हुआ कि गेंद टर्न तो लेगी, लेकिन गेंदबाजों को इससे कुछ उछाल भी मिलेगा। बारिश की वजह से क्यूरेटर को पिच पर से घास हटाने और उसे रोल करने का अधिक वक्त नहीं मिला। ऐसे में टास होने तक दोनों टीमें अंतिम एकादश की घोषणा में देरी कर सकती हैं।

लय में है भारतीय टीम

विराट कोहली की वापसी के साथ भारतीय टीम में एक बदलाव तो पूरी तरह तय है और अगर इशांत शर्मा अपनी अंगुली की चोट से नहीं उबर पाते हैं तो एक और बदलाव की गुंजाइश बन सकती है। न्यूजीलैंड की टीम विलियम समरविले की जगह नील वैगनर को अंतिम एकादश में वापस लाना चाहेगी। बेशक समरविले ने नाइटवाचमैन के तौर पर प्रशंसनीय काम किया, लेकिन वह अपनी गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजों को अधिक परेशान नहीं कर सके।

भारत दौरे पर टीमें अपने विकेट लेने वाले तेज गेंदबाजों की बजाय स्पिनर खिलाने की गलती अक्सर कर बैठती हैं। इनमें से अधिकतर स्पिनर ज्यादा गेंदबाजी के अभ्यस्त नहीं होते और भारतीय बल्लेबाजों को उन्हें खेलने में अधिक परेशानी पेश नहीं आती। इंग्लैंड के 2012-13 के दौरे पर ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर ने अपनी टीम को जीत दिलाई थी। इस एक मौके को छोड़ दें तो जो भी टीमें भारत में जीती हैं उन्होंने अपनी तेज गेंदबाजी की ताकत की बदौलत ये मुकाम हासिल किया।

स्पिनर रहेंगे प्लेइंग इलेवन का हिस्सा

हालांकि भारतीय टीम अपने तीन स्पिनरों पर ही भरोसा कायम रखेगी। ये तीनों बल्लेबाजों के सामने अलग-अलग चुनौतियां पेश करते हैं। पिच से जिस तरह की उछाल मिलने की उम्मीद है, उसे देखते हुए कानपुर की तुलना में यहां इन गेंदबाजों को खेलना अधिक मुश्किल होगा। भारतीय टीम बेहद मामूली अंतर से पहला टेस्ट जीतने से चूक गई थी और अगर वानखेड़े में भी ऐसा होता है तो ये काफी हैरानी की बात होगी। (टीसीएम)


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