स्काटलैंड के खिलाफ बड़ी जीत के लिए टीम इंडिया को क्या करना चाहिए, गावस्कर ने दिया सुझाव
स्काटलैंड और नामीबिया की टीमें कम अनुभवी हैं तो इन पर दबाव डाला जा सकता है। टीम चयन बेहद अहम रहेगा क्योंकि स्काटलैंड के खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय स्पिन गेंदबाजी खेलने को नहीं मिलती है। ऐसे में इस टीम के खिलाफ तीन स्पिनरों को खिलाने का विचार बुरा नहीं है।
सुनील गावस्कर। प्रगतिशील संयुक्त अरब अमीरात में दीवाली की आतिशबाजी से उम्मीद है कि भारतीय क्रिकेट टीम की भूख और बढ़ जाएगी, जो सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी कोशिशें जारी रखे हुए है। टीम इंडिया ने इस टूर्नामेंट में तीन कड़े मुकाबले खेल लिए हैं। खेल के इस प्रारूप में किसी भी टीम को हराना आसान नहीं है।
हालांकि ऐसे में जबकि अन्य टीमों की तुलना में स्काटलैंड और नामीबिया की टीमें कम अनुभवी हैं तो इन पर दबाव डाला जा सकता है। टीम चयन बेहद अहम रहेगा क्योंकि स्काटलैंड के खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय स्पिन गेंदबाजी खेलने को नहीं मिलती है। ऐसे में इस टीम के खिलाफ तीन स्पिनरों को खिलाने का विचार बुरा नहीं है। इनमें से एक लेग स्पिनर होना चाहिए। लेग स्पिनर न केवल दुर्लभ होते हैं, बल्कि हवा में उनकी गेंदें धीमी होती हैं और इससे बल्लेबाजों के लिए उनके खिलाफ पिच से गति हासिल करना मुश्किल होता है।
जब भी गेंद बल्लेबाज की आंखों के ऊपर से आती है तो अच्छे से अच्छे बल्लेबाज को भी लेंथ भांपने में कुछ वक्त लगता है। वो इसलिए क्योंकि ऐसी गेंदों को खेलते वक्त बल्लेबाज का सिर हल्का सा हिलता है और स्थिर नहीं रह पाता। यही वजह है कि एक अच्छा लेग स्पिनर डाट बाल के साथ विकेट लेने की काबिलियत रखता है जो इस प्रारूप में बेशकीमती बात है।
भारतीय बल्लेबाजों को एक और काम करना होगा। उन्हें हर तरह की झिझक से बाहर निकलना होगा। जीत का बड़ा अंतर नेट रन रेट को सुधारता है और पाकिस्तान व न्यूजीलैंड से मिली बड़ी हार के बाद भारतीय टीम के नेट रन रेट को काफी नुकसान पहुंचा है। इसलिए भारत को जरूरत बड़ी जीत की है। भले ही भारतीय टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करे या नहीं, उन्हें इसके लिए अपनी ओर से पूरी कोशिश करते हुए नजर आना चाहिए। ये कोशिश हार की निराशा से निकलने का एकमात्र तरीका है।
ये एक खेल है जहां किसी भी चीज की गारंटी नहीं है। लेकिन ऐसा प्रदर्शन करते हुए हारती टीम इंडिया को देखना उसके प्रशंसकों को सबसे ज्यादा दुख पहुंचाने वाली बात है। उन प्रशंसकों के लिए जो अपने नायकों को निराशाजनक समय में भी अपना सबकुछ झोंकते हुए देखना चाहते हैं। गेंद अब पूरी मजबूती और वास्तविकता के हर पहलू को देखते हुए भारत के पाले में है।