शमी और बुमराह हमेशा भारतीय टीम का हिस्सा नहीं रहेंगे, रोहित शर्मा ने इस वड़ी वजह से कही यह बात
रोहित शर्मा ने कहा कि हम कभी भी ऐसी टीम नहीं बनना चाहते जो एक या दो व्यक्तियों पर निर्भर हो हम ऐसी टीम बनना चाहते हैं जहां हर कोई योगदान दे सके और टीम को अपने दम पर जीतने में मदद कर सके।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। जिम्बाब्वे दौरे पर टीम इंडिया के कई बड़े खिलाड़ी नहीं गए हैं जिसमें रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मो. शमी, रिषभ पंत व हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ इस दौरे पर कई युवा खिलाड़ी गए हैं जिन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा मौका मिलेगा साथ ही वो भविष्य के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं। अब भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि जसप्रीत बुमराह और मो. शमी जैसे खिलाड़ी टीम इंडिया के साथ हमेशा नहीं रहेंगे ऐसे में हमें भविष्य के लिए एक मजबूत बेंच स्ट्रेंथ तैयार करने की जरूरत है।
रोहित शर्मा ने मीडिया के बात करते हुए कहा कि बुमराह, शमी या कई सारे खिलाड़ी हमेशा भारतीय टीम के साथ नहीं रहेंगे ऐसे में आपको दूसरे खिलाड़ियों को तैयार करने की जरूरत है। मैं और राहुल द्रविड़ भाई बात करते हैं कि हम कैसे अपने बेंच स्ट्रेंथ को मजबूत कर सकते हैं क्योंकि हम जितनी क्रिकेट खेल रहे हैं और वैसे में कार्य प्रबंधन और इंजरी को देखते हुए ये काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। हम कभी भी ऐसी टीम नहीं बनना चाहते जो एक या दो व्यक्तियों पर निर्भर हो, हम ऐसी टीम बनना चाहते हैं जहां हर कोई योगदान दे सके और टीम को अपने दम पर जीतने में मदद कर सके।
रोहित शर्मा ने आगे कहा कि हम उस तरह की टीम बनना चाहते हैं और इसलिए हम चाहते हैं युवाओं को अधिक से अधिक अवसर दें और निश्चित रूप से आपके पास वरिष्ठ खिलाड़ी भी हों जो अच्छी तरह से आपकी मदद कर सकते हैं। इस जिम्बाब्वे दौरे पर भारत की तरफ से मो. सिराज, आवेश खान, प्रसिद्ध कृष्णा और दीपक चाहर जैसे गेंदबाजों को भेजा गया है। इनके बारे में रोहित ने कहा कि इन्हें एक्सपोजर मिल रहा है और हमारा मकसद मजबूत बेंच स्ट्रेंथ बनाया है। शाहबाज और राहुल जैसे खिलाड़ी पहली बार जिम्बाब्वे गए हैं और ये उनके लिए शानदार एक्सपोजर है। ये वास्तव में प्रतिभाशाली है और इस मौके का फायदा उठाएंगे। इस स्तर पर आत्मविश्वास हासिल करना अहम है और मुझे यकीन है वो ऐसा कर पाएंगे साथ ही देश के लिए खेलना सबसे ज्यादा मायने रखता है।