Exclusive: बेटी शेफाली ने तोड़ा सचिन तेंदुलकर का 30 साल पुराना रिकॉर्ड, रो पड़ी मां
शेफाली ने अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट में जब अपने आदर्श खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा तो खुशी से उसके माता-पिता के आंसू छलक आए।
जागरण संवाददाता, रोहतक। वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय महिला टीम की 15 साल की ओपनर बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने तूफानी अर्धशतक बनाया। शेफाली का यह इंटरनेशनल क्रिकेट में पहला अर्धशतक था। इस एक पारी से उन्होंने भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर के 30 साल पुराने रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया। शेफाली ने 15 साल 285 दिन में अर्धशतक जमाते ही भारत की तरफ से ऐसा करने वाली सबसे युवा बल्लेबाज बन गईं।
शेफाली ने अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट में जब अपने आदर्श खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा तो खुशी से उसके माता-पिता के आंसू छलक आए। छलकते भी क्यों न? उनका सपना था बेटी देश के लिए खेले और बेटी देश के लिए तो खेल ही रही है, वह अपने आदर्श और क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन का रिकॉर्ड भी तोड़ चुकी है।
सबसे कम उम्र में सबसे तेज अर्धशतक बनाने वाली शेफाली के पिता संजीव वर्मा और मां प्रवीन ने बताया कि शेफाली शुरू से ही सचिन तेंदुलकर को आदर्श मानती है। संजीव ने बताया कि सचिन का रिकॉर्ड तोड़ने की सूचना उनको फोन पर मिली। उसके बाद उन्होंने बेटी की फोटो वाला एलबम देखा और यादों को ताजा किया।
शेफाली की मां प्रवीन ने जानकारी दी कि रोहतक के लाहली स्थित चौधरी बंसीलाल क्रिकेट स्टेडियम में अपना अंतिम रणजी मैच रहे सचिन को शेफाली ने बल्लेबाजी करते देखा था। उसके बाद ही उसने सचिन के खेल से प्रेरणा लेकर क्रिकेट खेलना शुरू किया था। तभी से वह सचिन को आदर्श मानकर क्रिकेट में आगे बढ़ती जा रही हैं।
शुरुआत में गली क्रिकेट दिलचस्प है कि पांच साल पहले शेफाली के पिता जब गली में क्रिकेट खेलते थे तो उनको देख शेफाली भी पहुंच जाती थी। पिता भी बेटी की भावनाओं को देख उसे साथ में खेलने का मौका देने लगे। कुछ महीनों के अभ्यास के बाद बेटी उनसे अच्छा खेलने लगी।
शेफाली की उम्र उस समय करीब 10 साल थी और वह पांचवीं कक्षा में पढ़ती थी। तीन साल पहले शेफाली ने रोहतक की रामनारायण क्रिकेट अकादमी में अभ्यास शुरु किया। वहां कोच अमन कुमार ने उसके खेल को निखारा। उसके बाद वह प्रतियोगिताओं में छाने लगी। शेफाली विकेट कीपर बल्ले बाज है।