संजू सैमसन ने बताया विराट कोहली से लगता है डर, 10 गेंद भी बर्बाद किया तो पीछे वो आने वाले होते हैं
संजू ने कहा जब वो उपरी क्रम में बल्लेबाजी करने जाते हैं तो इसी बात का डर लगा रहता है कि उनके बाद कोहली बल्लेबाजी करने उतरेंगे। वो 10 गेंद भी बर्बाद नहीं कर सकते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन काफी समय से टीम में जगह पक्की करने की सोच रहे हैं लेकिन वह मौके का फायदा नहीं उठा पाते। इस साल भी न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ उनको टीम में जगह दी गई पर वो रन बनाने में नाकाम रहे। संजू टी20 में बल्लेबाजी पर ध्यान दे रहे हैं और टीम इंडिया में जगह बनाने को बेताब हैं।
भारतीय कप्तान विराट कोहली जैसा बल्लेबाज जो रन बनाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ता उसकी वजह से बाकी खिलाड़ियों पर दबाव होता है। Sportstar से बात करते हुए संजू ने बताया कि जब वो उपरी क्रम में बल्लेबाजी करने जाते हैं तो उनको इसी बात का डर लगा रहता है कि उनके बाद कोहली बल्लेबाजी करने उतरेंगे। वो पैड पहनकर तैयार रहते हैं और इसकी वजह से हर गेंद पर रन बनाने का दबाव संजू पर रहता है।
उन्होंने कहा, "टी20 क्रिकेट में आपको जल्दी से स्कोर करना होता है और पिछले कई सालों से मैं आईपीएल में यही करता आ रहा हूं। आप 10 गेंद भी बर्बाद नहीं कर सकते हैं जबकि विराट कोहली आपके बाद बल्लेबाजी करने के लिए पैट पहनकर तैयार बैठे हों।"
"हर एक क्रिकेट की तरह से मुझे भी आईपीएल के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है। मुझे लगता है इससे ना सिर्फ खिलाड़ियों और बाकि दुनियाभर के क्रिकेटर का बल्कि पूरे भारत का जोश बढ़ाएगा और मनस्थिति को उपर उठाएगा। हमें तीन मैदानों पर काफी सारे मुकाबलों को खेलना होगा लेकिन बल्लेबाजी के लिए विकेट काफी अच्छा रहेगा। टी20 क्रिकेट में आप किसी भी सतह पर रन बना सकते हैं।"
इस साल जनवरी में श्रीलंका के खिलाफ संजू को भारतीय टीम में जगह मिली थी। सीरीज के आखिरी मुकाबले में उन्होंने महज 6 रन की पारी खेली थी। इसके बाद न्यूजीलैंड के दौरे पर भी उनको मौका मिला था लेकिन उन्होंने यहां भी निराश किया। सीरीज के चौथे और पांचवें मुकाबले में उन्होंने 8 और 2 रन बनाए। संजू आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन कर टीम में वापसी करने की कोशिश करेंगे।
"मैं अपने क्रिकेट के बारे में बहुत ज्यादा सोच रहा था। मैं अपनी तकनीक को भी काफी बेहतर किया। लेकिन मैं जैसे हमेशा बल्लेबाजी करता हूं वैसे ही करना चाहता हूं। अगर आपने मेरी बल्लेबाजी को करीब से देखा होगा तो मैंने बाद में टीम के लिए काफी मुकाबले जीते हैं भले ही इस दौरान काफी विफलता भी हाथ लगी। यह मेरे लिए ठीक है। किसी अकेले की कामयाबी से सबसे ज्याद अहम होता है कि आप टीम की मदद कैसे करते हैं।"