ऑस्ट्रेलिया दौरे पर BCCI से कहां हुई बड़ी चूक, सचिन तेंदुलकर ने बताया कारण
Ind vs Aus भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत डे-नाइट टेस्ट मैच के साथ हुई थी लेकिन सचिन तेंदुलकर चाहते थे कि सीरीज का अंत पिंक बॉल टेस्ट के साथ होना चाहिए था जिससे भारतीय टीम को फायदा होता।
नई दिल्ली, आइएएनएस। Ind vs Aus: महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर बड़ी बात कही है। सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि अगर भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर लाल गेंद से तीन मैच खेलने के बाद गुलाबी गेंद से आखिरी का टेस्ट मैच खेलते तो उनके लिए अच्छा रहता। भारतीय टीम को पिंक बॉल टेस्ट मैच में हार मिली थी। यहां तक कि दूसरी पारी में भारतीय टीम सिर्फ 36 रन बनाकर ढेर हो गई थी।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने यह भी कहा कि भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत वनडे सीरीज से नहीं, बल्कि टी20 सीरीज के साथ करनी चाहिए थी, क्योंकि भारतीय खिलाड़ी 10 नवंबर को खत्म हुए आइपीएल में खेल कर गए थे और ऐसे में टी20 सीरीज की शुरुआत से उनके लिए दौरा आसान हो जाता।
सचिन तेंदुलकर ने आइएएनएस को दिए इंटरव्यू में कहा, "पहला टेस्ट ही एक डर था, क्योंकि मुझे लगता है कि एडिलेड से पहले हमने जो आखिरी टेस्ट खेला वो फरवरी में था। इसके बाद कोई क्रिकेट नहीं खेली गई (कोविड-19 के कारण)। हर कोई आइपीएल की तैयारी कर रहा था जो टी20 प्रारूप है।"
उन्होंने कहा, "मेरे हिसाब से यह बेहतर होता कि आइपीएल के बाद आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज खेलते और फिर इसके बाद वनडे सीरीज का आयोजन होता। वहीं, वनडे सीरीज के बाद टेस्ट सीरीज की शुरुआत होनी थी, लेकिन लाल गेंद से पहले टेस्ट मैच खेले जाने थे और फिर आखिरी में गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच खेला जाता तो मेरे हिसाब से यह गुलाबी गेंद टेस्ट मैच के लिए अच्छा ट्रांजिशन होता।"
बीसीसीआइ ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर टेस्ट सीरीज की शुरुआत एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट के साथ कराने का फैसला किया था। नतीजा यह रहा कि भारत को आठ विकेट से हार मिली। खुद कप्तान कोहली पिंक बॉल टेस्ट मैच के लिए अच्छी तैयारी करने की दलील देते रहते थे, लेकिन बीसीसीआइ की एक चूक के कारण उनको सीरीज में 0-1 से पिछड़ना पड़ गया।
बांग्लादेश के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा था, "गुलाबी गेंद से खेलने को लेकर प्लानिंग होनी चाहिए। हम अपने घर में खेल रहे हैं, लेकिन जब आप बांग्लादेश टीम से पूछेंगे तो वह भी अभ्यास करना पसंद करती, क्योंकि हम अपनी स्थितियों के बारे में जानते हैं और गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की। इसलिए हमें चुनौती और गुलाबी गेंद से जो चीजें अलग हैं, उनका पता नहीं चला।"
उन्होंने इसी बयान में आगे कहा था, "हो सकता है कि जब हम विदेशी सरजमीं पर खेलें तब हमें पता चले कि गुलाबी गेंद से खेलना कितना मुश्किल होता है। मुझे लगता है कि अभ्यास मैच खेलने से और तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिलने के बाद हम कुछ भी कर सकते हैं। आप एक शॉर्ट नोटिस पर नहीं खेल सकते।"