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Ind vs Aus: किस वजह से फेल हो रहे हैं पृथ्वी शॉ, 'क्रिकेट के भगवान' ने बताया कारण

Ind vs Aus क्रिकेट के भगवान यानी सचिन तेंदुलकर ने पृथ्वी शॉ की खामियों के बारे में खुलासा किया है और कहा है कि उनका बल्ला और पैर गेंद पर देरी से पड़ रहे हैं जिसकी वजह से गैप बनता है और वे आउट हो जाते हैं।

By Vikash GaurEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 02:47 PM (IST)Updated: Thu, 24 Dec 2020 02:47 PM (IST)
Ind vs Aus: किस वजह से फेल हो रहे हैं पृथ्वी शॉ, 'क्रिकेट के भगवान' ने बताया कारण
पृथ्वी शॉ इस समय फॉर्म में नहीं हैं (फोटो ANI)

नई दिल्ली, आइएएनएस। Ind vs Aus: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की खामियों को उजागर किया है और बताया है कि वे किस वजह से स्ट्रगल कर रहे हैं। सचिन तेंदुलकर ने बताया है कि पृथ्वी शॉ का पैर और बल्ला गेंद पर देर से पहुंच रहे हैं। इसकी वजह से उनके पैर और बल्ले के बीच गैप रह जाता है। सचिन ने ये भी बताया है कि यह तब होता है जब बल्लेबाज के मन में काफी चीजें चल रही हों या फिर वो शॉर्ट बॉल की उम्मीद लगा रहा हो।

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सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने एडिलेड ओवल मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मैच में काफी निराश किया था। वह पहली पारी में खाता भी नहीं खोल पाए थे, जबकि दूसरी पारी में सिर्फ चार रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे। पहले टेस्ट मैच में भारत को 8 विकेट से हार मिली थी, जिसकी दूसरी पारी में टीम 36 रन पर ढेर हो गई थी। दूसरी पारी में सभी बल्लेबाज नहीं चले थे, लेकिन पृथ्वी शॉ दोनों पारियों में एक ही तरह से आउट हुए थे, जिसके कारण उनकी काफी आलोचना हुई।

महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने न्यूज एजेंसी आइएएनएस से बात करते हुए कहा है कि इस तरह के प्रदर्शन से बाहर निकलना आसान नहीं है, क्योंकि इस तरह के प्रदर्शन खिलाड़ी के साथ हमेशा से रहते हैं। सचिन ने पृथ्वी को गुरुमंत्र भी दिया है और कहा है कि अगर खिलाड़ी दृढ़ता, अनुशासन और प्लानिंग को अपनाएं तो इससे टीम को अच्छा करने में मदद मिलेगी। वहीं, विराट कोहली की गैरमौजूदगी में टीम की कप्तानी करने वाले अजिंक्य रहाणे को लेकर सचिन ने कहा है कि वे हर कसौटी पर खरा उतरेंगे।

सचिन तेंदुलकर से जब ये सवाल किया गया कि पहले टेस्ट मैच की हार से उबरने के लिए आप क्या सलाह देंगे? तो उन्होंने कहा, "इसमें कोई शक नहीं हैं कि इस तरह का प्रदर्शन काफी निराश करता है। इस तरह की हार से बाहर आना और अगले मैच में जाना आसान नहीं होगा। लोग कह सकते हैं कि सिर्फ एक ही तो खराब प्रदर्शन है, लेकिन इस तरह के प्रदर्शन खिलाड़ी के साथ हमेशा के लिए रहते हैं। इससे बाहर निकलने के लिए आपको अपनी सोच में बदलाव करना होगा। सिर्फ और सिर्फ अच्छा प्रदर्शन ही आपको इससे बाहर निकलने में मदद कर सकता है।"

पृथ्वी शॉ को लेकर उन्होंने कहा, "पृथ्वी शॉ बहुत ही प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन इस समय मुझे लगता है कि उनके हाथ शरीर के साथ नहीं चल रहे। जब गेंद सीम से अंदर आती है तो वह आउट हुए हैं। उनके हाथ उनके शरीर के पास रहने चाहिए। उनकी बैकलिफ्ट चौथी स्लिप, गली से आ रही है। यह आगे-पीछे जाने की जगह फुल आर्क बना रही है। अगर बल्ला थोड़ा सा देरी से आता है तो गेंद को बल्ले और पैड के बीच गैप मिल जाएगा। मैंने देखा है कि वह मूव करते हुए पकड़ में आ रहे हैं और गेंद पर थोड़ा देरी से पहुंच रहे हैं। मैं यह कहूंगा कि वह गेंद को थोड़ा सा जल्दी खेलने की तैयारी करें तो इससे उन्हें मदद मिलेगी। दोनों पारियों में उनका फ्रंटफुट समय पर नहीं पड़ा। यह तब होता है जब बल्लेबाज के दिमाग में काफी सारी चीजें चल रही हों या फिर वह छोटी गेंद की उम्मीद कर रहा हो।"


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