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Ind vs SA: टेस्ट के बाद वनडे सीरीज भी हारी टीम इंडिया, इन वजहों से दूसरे वनडे में मिली हार

दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टीम इंडिया टेस्ट के बाद वनडे सीरीज भी हार गई। दक्षिण अफ्रीका ने पार्ल में शुक्रवार को दूसरे वनडे मैच को सात विकेट से जीतकर तीन मैचों की वनडे सीरीज पर कब्जा जमाते हुए 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 09:46 AM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 09:46 AM (IST)
Ind vs SA: टेस्ट के बाद वनडे सीरीज भी हारी टीम इंडिया, इन वजहों से दूसरे वनडे में मिली हार
टेस्ट के बाद वनडे सीरीज भी हारी टीम इंडिया। (फोटो- एएनआइ)

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। टेस्ट सीरीज में हार के बाद मेजबान टीम के हाथों वनडे सीरीज में भी हार का सामना करना पड़ा। जानेमन मलान और क्विंटन डिकाक के अर्धशतकों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने पार्ल में शुक्रवार को दूसरे वनडे मैच को सात विकेट से जीतकर तीन मैचों की वनडे सीरीज पर कब्जा जमाते हुए 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। रिषभ पंत ने 71 गेंदों में करियर की सर्वश्रेष्ठ 85 रनों की पारी खेली, जिससे भारत ने 50 ओवर में छह विकेट पर 287 रन का प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाया। लेकिन मलान और डिकाक की पारियों के आगे यह स्कोर बौना साबित हुआ। मलान ने 108 गेंदों पर आठ चौकों व एक छक्के की मदद से 91 रन बनाए, जबकि डिकाक ने 66 गेंदों पर सात चौकों व तीन छक्कों की मदद से ताबड़तोड़ 78 रन बनाए। इन दोनों की पारियों के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने 48.1 ओवर में तीन विकेट पर 288 रन बनाकर मैच और सीरीज अपने नाम कर लिए।

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टीम इंडिया की दूसरे वनडे में हार के प्रमुख कारण

टाप आर्डर उम्मीद के मुताबिक नहीं खेला

टास जीतने के बाद कप्तान केएल राहुल एक छोर पर संभल कर बल्लेबाजी कर रहे थे तो वहीं दूसरे छोर पर शिखर धवन (38 गेंद में 29 रन) अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके। मार्करम ने धवन को आउट कर एक बार फिर भारतीय सलामी साझेदारी को तोड़ा। धवन और राहुल ने 63 रन की साझेदारी की। पूर्व कप्तान कोहली बिना खाता खोले ही केशव महाराज की गेंद पर आउट हो गए। कमजोर मिडिल आर्डर को देखते इन तीनों बल्लेबाजों में से किसी एक को बड़ी पारी खेलने की जरूरत थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 

श्रेयस अय्यर और वेंकटेश अय्यर ने किया निराश

रिषभ पंत ने शानदार पारी खेली। क्रीज पर थोड़ा समय बिताने के बाद उन्ह दक्षिण अफ्रीका के बायें हाथ के दोनों स्पिनरों केशव महाराज (1/52) और तबरेज शम्सी (2/57) के खिलाफ असानी से बड़े शाट लगाए। पंत और राहुल (79 गेंदों में 55 रन) ने 19 ओवर से भी कम में 115 रन की साझेदारी की। पंत ज्यादा आक्रामक रहे और उन्होंने मध्यम गति के गेंदबाजों और स्पिनरों के खिलाफ सहजता से रन बनाए। दोनों के आउट होने के बाद श्रेयस अय्यर (14 गेंदों में 11 रन) और वेंकटेश अय्यर (33 गेंदों में 22 रन) रन बनाने के लिए जूझते दिखे। दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने 33वें से 44वें ओवर तक भारतीय बल्लेबाजों को खुल कर नहीं खेलने दिया। 

नई गेंद से विकेट नहीं निकाल पाए गेंदबाज

शार्दुल ठाकुर (38 गेंद में नाबाद 40) और रविचंद्रन अश्विन (38 गेंद में नाबाद 40) ने टीम को प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुंचाया। टीम इंडिया जब गेंदबाजी करने उतरी तो नई गेंद से विकेट नहीं निकाल सकी। मेजबान टीम दोनों ओपनर्स क्विंटन डिकाक और जानेमन मलान ने खुलकर रन बनाए। पहले 10 ओवरों  में जसप्रीत बुमराह और अश्विन ने ज्यादातर गेंदबाजी की। भुवनेश्वर कुमार से सिर्फ एक ओवर कराया गया। वह पूरे मैच में आउट आफ फार्म दिखे। 

असरदार नहीं दिखे अश्विन और चहल

स्पिनरों के मुफिद विकेट पर जहां मार्करम, केशव महाराज और तार्बेज शम्सी को खेलने में टीम इंडिया के बल्लेबाजों को दिक्कत आ रही थी, वहीं मेहमान टीम के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और यजुवेंद्रा चहल असरदार नहीं दिख रहे थे। दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज दोनों को आराम से खेल रहे थे। अश्विन ने 10 ओवर में 68 रन दिए और कोई विकेट नहीं लिया। वहीं चहल ने 47 रन देकर एक विकेट लिया।

गलत समय पर गेंदबाजी में बदलाव

केएल राहुल ने शार्दुल ठाकुर को तब गेंदबाजी से हटा दिया जब उन्होंने विकेट ली। 22 वें ओवर की आखिरी गेंद पर शार्दुल ने डिकाक को आउट किया। इसके बाद 24 वें ओवर में उनकी जगह वेंकटेश अय्यर को गेंदबाजी दे दी गई। शायद तब राहुल की सोच जल्दी-जल्दी कुछ ओवर निकलवाने की रही। हालांकि, तब टीम इंडिया को अटैक करने की जरूरत थी। एक दो विकेट मिलता तो मैच का पासा पलट सकता था। 

राहुल की कप्तानी में दम नहीं नजर आ रहा

विराट कोहली ने टेस्ट सीरीज में हार के बाद टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी थी, जबकि इस दौरे के लिए चयनकर्ताओं ने पहले ही सीमित ओवर सीरीज के लिए रोहित शर्मा को कप्तान नियुक्त किया था। रोहित चोटिल होने की वजह से इस दौरे पर नहीं गए। ऐसे में कोहली की गैरमौजूदगी में एक टेस्ट और सीमित ओवर प्रारूप में केएल राहुल को कप्तानी करने का मौका मिला। राहुल की कप्तानी में भारत को दूसरे टेस्ट में हार मिली और अब शुरुआती दोनों वनडे भी भारत उनकी कप्तानी में हार गया। अब जब यह चर्चा चल रही है कि टेस्ट प्रारूप का कप्तान किसे बनाया जाए? दौड़ में रोहित के साथ-साथ राहुल भी शामिल हैं तो राहुल की कप्तानी में दम नहीं नजर आ रहा। वह टीम को प्रभावित करने में असफल रहे हैं। वह दबाव में लग रहे हैं, जिसका असर उनकी बल्लेबाजी पर भी नजर आ रहा है।


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