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राहुल द्रविड़ ने कई बार सचिन को भी पीछे छोड़ दिया, हालांकि वो उनकी तरह गॉड गिफ्टेड नहीं थे- रमीज राजा

रमीज राजा ने कहा कि सचिन जैसे खिलाड़ी के टीम में रहते हुए राहुल द्रविड़ ने जो अपनी जगह बनाई वो तारीफ के काबिल है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 05:48 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 05:48 PM (IST)
राहुल द्रविड़ ने कई बार सचिन को भी पीछे छोड़ दिया, हालांकि वो उनकी तरह गॉड गिफ्टेड नहीं थे- रमीज राजा
राहुल द्रविड़ ने कई बार सचिन को भी पीछे छोड़ दिया, हालांकि वो उनकी तरह गॉड गिफ्टेड नहीं थे- रमीज राजा

नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान व मध्यक्रम के बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया कि दीवार की उपाधि मिली थी। राहुल द्रविड़ को धैर्य, संयम, मजबूत तकनीक व अथक परिश्रमी खिलाड़ी के तौर पर जाना जाता है। द्रविड़ टीम इंडिया के महान बल्लेबाज रहे हैं और उनके आंकड़े भी इसे पूरी तरह से साबित करते हैं। द्रविड़ को आउट कर पाना दुनिया के गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती होती थी और खास तौर पर टेस्ट क्रिकेट में तो ये और भी आसान नहीं था। 

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अब पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रमीज राजा ने राहुल द्रविड़ के बारे में बात की और उनसे खेल की जमकर तारीफ भी की। राजा ने कहा कि उन्होंने अपने करियर के दौरान कई शानदार पारियां खेली और भारतीय टीम में उस वक्त सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज खिलाड़ी के रहते हुए भी अपनी एक अलग पहचान बनाई। उन्होंने कहा कि द्रविड़ शायद सचिन तेंदुलकर की तरह से गिफ्टेड खिलाड़ी नहीं थे, लेकिन सचिन जैसे महान खिलाड़ी के साथ खुद को बनाए रखने के लिए दम चाहिए। जब आपको पता होता है कि आपने अपना बेस्ट दे दिया है, लेकिन आप टीम में बेस्ट नहीं हैं तो इस स्थिति में खिलाड़ी का मनोबल नीचे जा सकता है। 

रमीज राजा ने एक स्पोर्ट्स वेबसाइट से बात करते हुए कहा कि कई बार द्रविड़ सचिन से भी आगे निकल जाते थे। दुनिया की मुश्किल पिचों पर वो बेहतरीन बल्लेबाज थे क्योंकि उनका डेफेंस काफी मजबूत था। उनके पास टीम के लिए सबसे अहम नंबर यानी तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी के लिए शानदार एटिट्यूड था। यही नहीं इसके साथ ही वो विकेटकीपिंग भी करते थे। किसी खिलाड़ी की महानता का पता ड्रेसिंग रूप में चलता है। अगर टीम को लगता है कि मुश्किल हालात में आप टीम को निराश नहीं करेंगे तो ये काफी मायने रखता है। बेशक उस वक्त आप 30 या फिर 50 रन ही बनाएं। उन्होंने भारत के लिए 164 टेस्ट मैचों में 13,288 रन जबकि 344 वनडे में 10,889 रन बनाए थे। 


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