एक कोरोना केस IPL को बर्बाद कर सकता है, टीम के मालिक ने दिया बड़ा बयान
किंग्स इलेवन पंजाब टीम के सह-मालिक नेस वाडिया ने कहा है कि कोरोना का एक मामला आइपीएल को रद करा सकता है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के टाइटल स्पॉन्सरशिप पर कयास लगाने के बजाय किंग्स इलेवन पंजाब के सह-मालिक नेस वाडिया खिलाड़ियों की स्वास्थ्य सुरक्षा चाहते हैं। नेस वाडिया का कहना है कि यह सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि आइपीएल के दौरान एक भी COVID-19 मामला सामने न आए, जो कि उनके हिसाब से बहुत बड़ी बात होगी। वाडिया ने ये भी कहा है कि एक भी मामला कोरोना वायरस का आईपीएल के दौरान आता है फिर टूर्नामेंट को रद किया जा सकता है।
बीसीसीआइ ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि चीनी मोबाइल फोन निर्माता वीवो ने इस सीज़न के लिए टाइटल प्रायोजन से हाथ खींच लिए हैं, संभावना है कि 440 करोड़ रुपये सालाना के करार वाली ये कंपनी कम से कम इस सीजन में बढ़ते हुए भारत-चीन तनाव के बीच मुख्य प्रायोजक के तौर पर अपने हाथ खींच सकती है। वाडिया ने कहा है, "बहुत अटकलें चल रही हैं। मुझे लगता है कि यह हास्यास्पद है। केवल एक चीज जो हम (टीम के मालिक) जानते हैं वह यह है कि आइपीएल हो रहा है। हम खिलाड़ियों और अन्य सभी शामिल लोगों की सुरक्षा के बारे में बहुत चिंतित हैं। अगर एक भी मामला आता है, तो भी आइपीएल को रद्द किया जा सकता है।"
पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिसंक झड़प में करीब 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव चल रहा है। यहां तक कि भारतीय लोग चीनी सामानों का बहिष्कार कर रहे हैं। इसी वजह से आइपीएल के बायकॉट किए जाने का ट्रेंड भी सोशल मीडिया पर चला था। इस बारे में किंग्स इलेवन पंजाब टीम के सह-मालिक वाडिया ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ती है तो चीनी कंपनी को रिप्लेस करने के लिए तमाम स्पॉन्सर हैं।
उन्होंने कहा है, "मुझे नहीं पता कि बीसीसीआइ ने टाइटल स्पॉन्सरशिप पर क्या निर्णय लिया है। सभी टीम मालिकों की एक उत्पादक (productive) बैठक थी और सभी लोग आइपीएल को सफल बनाने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं। हमें बीसीसीआइ का समर्थन करने की जरूरत है और जल्द ही फिर से बैठक होगी।" उन्होंने कहा है कि स्पॉन्सर(टीम और आइपीएल) मोल-भाव कर रहे हैं, लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि ये आइपीएल सबसे ज्यादा देखा जाने वाला आइपीएल साबित होगा।
टूर्नामेंट के सुचारू संचालन के लिए बीसीसीआइ ने आइपीएल टीमों को 16 पेज का एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) भेजा है। इसके लिए खिलाड़ियों, सहायक कर्मचारियों, टीम के अधिकारियों और मालिकों को जैव-सुरक्षित वातावरण का हिस्सा होना आवश्यक है। वाडिया ने खुद आइपीएल के लिए यूएई की यात्रा करने का फैसला नहीं किया है, लेकिन कहा कि सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा, "हमें (जैव-सुरक्षित) पर्यावरण को समायोजित करना है और संवारना है। एक मामला आइपीएल को खत्म कर सकता है। अत्यधिक परिस्थितियों में आम लोगों को असाधारण चीजें करने की आवश्यकता होती है।''