Move to Jagran APP

पूर्व BCCI अध्यक्ष का खुलासा, विश्व कप जीतने के बाद भी MS Dhoni को कप्तानी से हटाना चाहते थे चयनकर्ता

पूर्व BCCI अध्यक्ष ने कहा मैंने अपनी सभी अधिकारों का प्रयोग करते हुए एमएस धौनी की कप्तानी को 2011 में बचाया था। विश्व कप जीतने के बाद भी धौनी की कप्तानी पर शंका होने लगी थी।

By Viplove KumarEdited By: Published: Mon, 17 Aug 2020 03:26 PM (IST)Updated: Mon, 17 Aug 2020 08:28 PM (IST)
पूर्व BCCI अध्यक्ष का खुलासा, विश्व कप जीतने के बाद भी MS Dhoni को कप्तानी से हटाना चाहते थे चयनकर्ता
पूर्व BCCI अध्यक्ष का खुलासा, विश्व कप जीतने के बाद भी MS Dhoni को कप्तानी से हटाना चाहते थे चयनकर्ता

नई दिल्ली, जेएनएन। भारत के लिए दो विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने शनिवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। 2019 में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल के बाद धौनी ने टीम इंडिया की तरफ से कोई मैच नहीं खेला था। उनके ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप में खेलने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन आईसीसी ने कोरोना महामारी की वजह से इसे स्थगित करने का फैसला लिया।

loksabha election banner

भारत के सबसे सफल कप्तान धौनी ने 28 साल बाद 1983 के विश्व कप जीत के कमाल को 2011 में दोहराया था लेकिन यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि उनको कप्तानी से हटाया जा रहा था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने इस बात का खुलासा किया है कि धौनी को 2011 से पहले कप्तानी से हटाया जा रहा था। उन्होंने बतौर अध्यक्ष अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए उनकी कप्तानी बचाई थी।

मैंने अपनी सभी अधिकारों का प्रयोग करते हुए एमएस धौनी की कप्तान को 2011 में बचाया था। विश्व कप जीतन के बाद भी धौनी की कप्तानी पर शंका होने लगी थी। उनको इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के दौरान 0-4 के क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पूर्व अध्यक्ष ने कहा, "यह साल 2011 था, भारत ने विश्व कप जीता था और फिर ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेलते हुए हमने अच्छा नही किया। इसी वजह से एक चयनकर्ता धौनी को वनडे की कप्तानी से हटाना चाहते थे। यहां बात यह थी कि आप उनको वनडे की कप्तानी से कैसे हटा सकते हैं।"  

EXCLUSIVE: संन्यास लेने के बाद गले मिलकर खूब रोए MS Dhoni और सुरेश रैना

उन्होंने अभी (अप्रैल 2011) विश्व कप जीता है। चयनकर्ता ने यह भी नहीं सोचा था कि उनकी जगह कप्तानी दी किसे जाएगी। काफी लंबी (अनौपचारिक बातचीत) चर्चा हुई इस बारे में और मैंने कहा ऐसी कोई वजह ही नहीं है कि जिसके लिए वह खिलाड़ी (कप्तान) ना रह जाएं।

"बल्कि यह तो छुट्टी का दिन था, मैं गोल्फ खेल रहा था और वापस लौटा था। संजय जगदले बीसीसीआई के सचिव हुआ करते थे। उस समय उन्होंने कहा, चयनकर्ता ने कप्तान को चुनने से मना कर दिया है। वो धौनी को टीम में एक खिलाड़ी के तौर पर लेना चाहते हैं। मैं आया और मैंने कहा कि एमएस धौनी ही टीम के कप्तान रहेंगे मैं बीसीसीआई अध्यक्ष होने के नाते अपने सभी अधिकार से यह कहता हूं।"


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.