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चीफ सलेक्टर का खुलासा- नंबर 4 के बल्लेबाज नहीं, बल्कि इस वजह से विश्व कप हारी टीम इंडिया

World Cup 2019 के सेमीफाइनल में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के हाथों करीबी हार का सामना करना पड़ा था और टीम विश्व कप से बाहर हो गई थी।

By Vikash GaurEdited By: Published: Sat, 07 Mar 2020 11:42 AM (IST)Updated: Sat, 07 Mar 2020 02:20 PM (IST)
चीफ सलेक्टर का खुलासा- नंबर 4 के बल्लेबाज नहीं, बल्कि इस वजह से विश्व कप हारी टीम इंडिया
चीफ सलेक्टर का खुलासा- नंबर 4 के बल्लेबाज नहीं, बल्कि इस वजह से विश्व कप हारी टीम इंडिया

नई दिल्ली, जेएनएन। World Cup 2019 में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था। लीग मैच के 9 मुकाबले खेलने के बाद भारतीय टीम विश्व कप की अक तालिका में नंबर एक पर थी। भारतीय टीम ने 7 मुकाबले जीते थे, जबकि एक मैच में हार मिली थी और एक मैच बेनतीजा रहा था। इस तरह लग रहा था के भारतीय टीम इस विश्व कप की प्रबल दावेदार है, लेकिन बारिश के कारण दो दिन तक चले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा और टीम इंडिया विश्व कप से बाहर हो गई थी।

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इंग्लैंड और वेल्स में खेले गिए विश्व कप 2019 के लिए जिस शख्स ने भारतीय टीम को चुना था, उस शख्स का बतौर चयन समिति अध्यक्ष कार्यकाल खत्म होने जा रहा है। हम बात कर रहे पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज और भारतीय टीम की चयनकर्ताओं की समिति के चैयरमैन एमएसके प्रसाद की। एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली चयन समिति ने विश्व कप की टीम चुनी और फिर बीच विश्व कप में चोट के कारण कुछ बदलाव किए जिसके कारण उनको आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा, क्योंकि नंबर 4 का बल्लेबाज भारत के पास नहीं था।

एमएसके प्रसाद का कार्यकाल खत्म होने से पहले टाइम्स ऑफ इंडिया ने उनसे बात की और पूछा कि आपको वर्ल्ड कप 2019 के लिए नंबर 4 का बल्लेबाज नहीं मिलने का कारण आलोचना झेलनी पड़ी है। इस पर आपका क्या कहना है? इसके जवाब में एमएसके प्रसाद ने कहा है कि भारतीय टीम नंबर 4 के बल्लेबाज की वजह से वर्ल्ड कप नहीं हारी है। एमएसके प्रसाद ने कहा है, "मैं नहीं मानता कि नंबर 4 के बल्लेबाज की वजह से भारतीय टीम हारी है, क्योंकि भारतीय टीम ने प्वाइंट्स टेबल में टॉप किया था और सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। सेमीफाइनल में एक बुरा सेशन गुजरा, जिसका खामियाजा हमको भुगतना पड़ा।"

गौरतलब है कि सेमीफाइनल तक भारतीय टीम ने कुल 10 मैच खेले थे, जिसमें 8 मैचों में नंबर चार के बल्लेबाजों को बैटिंग करनी पड़ी थी। इन 8 मैचों में 4 बार नंबर चार का बल्लेबाज बदला गया, जिसमें केएल राहुल, हार्दिक पांड्या, विजय शंकर और रिषभ पंत का नाम शामिल था। लोकेश राहुल ने एक मैच में 42 गेंदों में 26 रन बनाए थे। हार्दिक पांड्या ने एक मैच में 27 गेंदों में 48, जबकि दूसरे मैच में 19 गेंदों में 26 रन बनाए। वहीं, विजय शंकर ने एक मैच में 41 गेंदों में 29 रन और दूसरे मैच में 19 गेंदों में 14 रन बनाए। बाकी के तीन मैच रिषभ पंत ने नंबर चार पर खेले और एक मैच में 29 गेंदों में 32 रन, दूसरे मैच में 41 गेंदों में 48 रन और सेमीफाइनल मैच में 56 गेंदों में 32 रन बनाए थे।


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