MS Dhoni विकेटकीपर के तौर पर 'जेबकतरे' से भी ज्यादा तेज थे, रवि शास्त्री ने बताया क्यों
MS Dhoni was faster than pickpocket as wicket keeper रवि शास्त्री ने कहा कि MS Dhoni को महान नहीं बल्कि महानतम खिलाड़ियों में शामिल किया जाना चाहिए।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान MS Dhoni के रिटायरमेंट के बाद टीम के कोच रवि शास्त्री ने उन्हें भावनात्मक विदाई दी और कहा कि विकेटकीपर के तौर पर वो बेहद फुर्तिले थे। एम एस धौनी ने अपने इंस्टा के जरिए संन्यास की घोषणा करते हुए लिखा कि अब मुझे रिटायर समझिए। रवि शास्त्री ने भारत को दो-दो विश्व कप खिताब दिलाने वाले पूर्व कप्तान की तारीफ अपने ही अंदाज में की।
रवि शास्त्री ने कहा कि वो किसी से भी कम नहीं हैं। उन्होंने जिस तरह से अपना सफर शुरू किया था उसकी वजह से उन्होंने आने वाले दिनों के लिए क्रिकेट को बदलकर रख दिया। उनकी सबसे अच्छी बात ये है कि उन्होंने क्रिकेट के हर प्रारूप में बड़ा बदलाव लाया। रवि ने कहा कि मैं धौनी की स्टंपिंग और रन आउट करने के तरीके का दीवाना रहा हूं। वो किसी जेबकतरे से भी ज्यादा तेज गति से अपना काम करते थे। वो किसी जेबकतरे से भी ज्यादा फुर्ती से काम करते थे। धौनी ने अपने करियर में सबकुछ हासिल किया, लेकिन उनके शांत स्वभाव ने उन्हें सबसे अलग बना दिया।
रवि शास्त्री ने उनकी उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि उन्होंने हमें टी20 वर्ल्ड कप दिलाया। वनडे विश्व कप का खिताब दिलाया। उनकी कप्तानी में पहली बार भारत टेस्ट रैंकिंग में पहले नंबर पर पहुंचा। उन्होंने अपनी जिंदगी को हमेशा सहजता के साथ लिया और खड़गपुर से लेकर भारतीय क्रिकेटर के दिनों तक हमेशा वो समय के हिसाब से चीजें करता था। संन्यास के मामले में भी उन्होंने वक्त के हिसाब से ही फैसला किया।
रवि शास्त्री ने कहा कि वो नैसर्गिक नहीं थे, लेकिन उन्होंने विकेटकीपिंग में नए मापदंड सेट किए। वो अपनी इस कला में बेहद प्रभावी थे। बल्लेबाजों को पता भी नहीं चलता था कि माही ने उनसे बेल्स गिरा दिए हैं। उन्होंने कहा कि धौनी को महान नहीं बल्कि महानतम क्रिकेटरों में आपको शामिल करना होगा। ऐसे क्रिकेटर बहुत कम होते हैं।