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पूर्व पाकिस्तानी विकेटकीपर का भारतीय दिग्गज पर आरोप, यूनिस के प्लावर की गर्दन पर चाकू रखने के पीछे उनका हाथ !

पूर्व पाकिस्तानी विकेटकीपर लतीफ ने कहा हम यह नहीं जानते कि ड्रेसिंग रूम में क्या हुआ था। अजहरुद्दीन इसके पीछे की वजह से सकते हैं।

By Viplove KumarEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 06:07 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 06:07 PM (IST)
पूर्व पाकिस्तानी विकेटकीपर का भारतीय दिग्गज पर आरोप, यूनिस के प्लावर की गर्दन पर चाकू रखने के पीछे उनका हाथ !
पूर्व पाकिस्तानी विकेटकीपर का भारतीय दिग्गज पर आरोप, यूनिस के प्लावर की गर्दन पर चाकू रखने के पीछे उनका हाथ !

लाहौर, आईएएनएस। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने यूनिस खान द्वारा पूर्व बल्लेबाजी कोच ग्रांट फ्लावर को चाकू दिखाने के मामले में एक नई बात कही है। उन्होंने कहा कि यूनिस की इस हरकत के पीछे पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन वजह हो सकते हैँ। साल 2014 से 2019 तक पाकिस्तानी के बल्लेबाजी कोच रहे फ्लावर ने हाल ही में कहा कि यूनिस खान को बल्लेबाजी में सुधार करने के लिए बताने पर उनकी गर्दन पर चाकू रख दिया था।

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यूट्यूब पर एक चैट शो के दौरान लतीफ ने हंसते हुए जवाब दिया। "हम यह नहीं जानते कि ड्रेसिंग रूम में क्या हुआ था। अजहरुद्दीन इसके पीछे की वजह से सकते हैं। साल 2016 में यूनिस ने ओवल में दोहरा शतक बनाया था। उन्होंने बल्लेबाजी कोच (ग्लांट फ्लावर) का नाम नहीं लिया था। उनका कहना था कि मैं संघर्ष कर रहा था और इस बारे में अजहरुद्दीन से बात की थी।"

"यह एक बहुत ही बड़ी बात है अगर एक खिलाड़ी कोच की जगह किसी और को बात करने के लिए चुनता है। प्लावर ने भले ही बल्लेबाजी कोच के तौर पर काफी कुछ किया और पाकिस्तान की सेवा की। मुझे लगता है कि अजहरुद्दीन वाली बात कहीं ना कहीं तो उनके (फ्लावर) दिमाग में रही होगी।"

प्लावर ने भी एक इंटरव्यू में अपने भाई एंडी से बात करते हुए होस्ट नील मानथ्रोप को बताया था कि उस समय के पाकिस्तानी कोच मिकी आर्थर को बीच बचाव के लिए आना पड़ा था। हालांकि आर्थर ने बाद में खुद भी इस मामले के बारे में ज्यादा जानकारी देने से मना कर दिया था।

"अगर मैं कुछ कहता हूं मुझे मालूम है लोग किसको लेकर बातें करने लगेंगे और सही गलत का फैसला करने लगेंगे। यह मिकी आर्थर की गलती नहीं थी। असली ध्यान तो उस आदमी पर होना चाहिए जिसने ये सारे सवाल किए हैं और अब तक इस मामले में सामने नहीं आया। हो सकता है इन सभी चीजों के पीछे कोई संस्था हो। यह संभव है क्योंकि यूनिस को अगर उच्य अधिकारियों द्वारा बहाल किया गया है तो वह बल्लेबाजी कोच के तौर पर मिस्बाह उल हक के नीचे काम नहीं कर रहे होते। उनको इससे कहीं ज्यादा प्रभावशाली पद मिला होता।"  


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