Move to Jagran APP

मिताली राज ने कहा- अब भी रन बनाने की भूख 22 साल पहले जैसी है

भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज ने दावा किया है कि उनकी रन बनाने की भूख अभी भी ऐसी है जैसी साल 1999 में डेब्यू करते समय थी। उन्होंने हाल ही में नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Mon, 05 Jul 2021 07:40 AM (IST)Updated: Mon, 05 Jul 2021 07:40 AM (IST)
मिताली राज ने कहा- अब भी रन बनाने की भूख 22 साल पहले जैसी है
मिताली राज सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला खिलाड़ी हैं

वार्सेस्टर, पीटीआइ। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने कहा कि उनकी रन बनाने की भूख अब भी वैसी ही है जैसे 22 साल पहले हुआ करती थी और वह अगले साल न्यूजीलैंड में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए अपनी बल्लेबाजी को नए मुकाम पर ले जाने की कोशिश कर रही हैं।

loksabha election banner

मिताली की 89 गेंदों पर नाबाद 75 रन की पारी से भारत ने शनिवार को तीसरे और अंतिम वनडे में इंग्लैंड को चार विकेट से हराया। इस पारी के दौरान मिताली महिला क्रिकेट में सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाली बल्लेबाज भी बनीं। मिताली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब 10,337 रन हो गए हैं। उन्होंने इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडव‌र्ड्स (10,273) को पीछे छोड़ा। महिला क्रिकेट में केवल इन्हीं दो खिलाड़ियों ने 10,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं। साथ ही मिताली महिला क्रिकेट में सर्वाधिक वनडे मैच जीतने वाली कप्तान भी बन गई। उन्होंने बेलिंडा क्लार्क का रिकार्ड तोड़ा, जिनकी कप्तानी में आस्ट्रेलिया ने 83 वनडे जीते थे।

आयरलैंड के खिलाफ 26 जून 1999 को मिल्टन केयेंस में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाली मिताली ने कहा, "जिस तरह से चीजें आगे बढ़ी हैं, यह यात्रा आसान नहीं रही। इसकी अपनी परीक्षाएं और चुनौतियां थीं। मेरा हमेशा मानना रहा है कि परीक्षाओं का कोई उद्देश्य होता है। ऐसा भी समय आया जब विभिन्न कारणों से मुझे लगा कि अब बहुत हो चुका, लेकिन कोई ऐसी चीज थी जिससे मैं खेलती रही और अब मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 22 साल हो गए हैं, लेकिन रनों की भूख अब भी कम नहीं हुई है। मेरे अंदर अब भी वही जुनून है, मैदान पर उतरकर भारत के लिए मैच जीतना। जहां तक मेरी बल्लेबाजी का सवाल है तो मुझे लगता है कि इसमें अब भी सुधार की संभावना है और इस पर मैं काम कर रही हूं। कुछ ऐसे आयाम हैं जिन्हें मैं अपनी बल्लेबाजी में जोड़ना चाहती हूं।"

मिताली ने 2019 में ही टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और वह पहले ही संकेत दे चुकी हैं कि न्यूजीलैंड में चार मार्च से तीन अप्रैल 2022 के बीच होने वाला महिला विश्व कप उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा। 38 वर्षीय मिताली बल्लेबाजी में अपनी भूमिका निभाने के साथ अन्य खिलाडि़यों के लिए मार्गदर्शक की भूमिका का पूरा आनंद उठा रही हैं।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान शांता रंगास्वामी ने कहा, "उनके (मिताली के) रिकार्ड ही सारी कहानी बयां करते हैं। उन्होंने जो हासिल किया है वह महान सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर की उपलब्धियों के बराबर है। मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं कि वह लंबे समय तक पर शीर्ष पर रहेंगी। मुझे नहीं लगता कि हाल फिलहाल उनका रिकार्ड टूट पाएगा।"

ऑस्ट्रेलियाई टीम की पूर्व कप्तान लिसा स्थालेकर ने कहा है, "मिताली ने हमें दिखाया कि आखिर क्यों उन्होंने रिकार्ड तोड़ना जारी रखा है। यह आपको दर्शाता है कि वह किस स्तर की बल्लेबाज हैं। वह लक्ष्य का पीछा काफी अच्छी तरह करती हैं। मुझे लगता है कि वनडे क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए उनका औसत 100 से अधिक होगा, असाधारण उपलब्धि।"

भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच रमेश पोवार का कहना है, "मिताली तारीफ की हकदार हैं। वह भारतीय टीम के लिए पिछले 22 साल से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। वह सभी खिलाडि़यों की आदर्श हैं।"


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.