देश और टीम को निराश नहीं कर सकता: मैथ्यूज
लसिथ मलिंगा के चोटिल होने के कारण अंतिम क्षणों में कप्तान बनाए गए श्रीलंका के ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने कहा कि उन्होंने यह चुनौती इसलिए स्वीकार की क्योंकि वह वह अपने देश को निराश नहीं कर सकते।
मुंबई। लसिथ मलिंगा के चोटिल होने के कारण अंतिम क्षणों में कप्तान बनाए गए श्रीलंका के ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने कहा कि उन्होंने यह चुनौती इसलिए स्वीकार की क्योंकि वह वह अपने देश को निराश नहीं कर सकते।
मैथ्यूज ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'मुझे विश्व कप में टीम की अगुवाई करने के लिए कहा गया। मैं न कैसे कह सकता था। मैं अपने देश और टीम को निराश नहीं कर सकता। मैंने इसे सकारात्मक रूप में लिया, क्योंकि मैं जानता हूं कि उन्हें मुझ पर विश्वास है। मैं इस टीम से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करूंगा।'
इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि कप्तान बदलने से टीम प्रभावित नहीं होगी क्योंकि खिलाडि़यों का ध्यान खेल पर है। उन्होंने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मलिंगा अभी फिट नहीं है। इसलिए यह फैसला करना पड़ा लेकिन वह हमारी टीम का महत्वपूर्ण खिलाड़ी है। इसलिए हमने उसे इस उम्मीद से टीम से रखा है कि वह हमारे पहले मैच (17 मार्च) से पूर्व फिट हो जाएगा। हम उसे विश्राम देना चाहते हैं ताकि वह पूरी तरह से फिट हो जाए। मलिंगा के कप्तान पद छोड़ने के बाद मुझसे यह जिम्मेदारी संभालने के लिए कहा गया। हम किसी तरह से परेशानी में नहीं हैं क्योंकि प्रशासक जानते हैं कि क्या करने की जरूरत है। क्रिकेटर होने के नाम हमारे लिए महत्वपूर्ण है कि हम इस टूर्नामेंट पर ध्यान केंद्रित करें। बाहर क्या हो रहा है हम वास्तव में उससे चिंतित नहीं हैं।'
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श्रीलंका अपने खिताब का बचाव करने के लिए उतरेगा। उसने दो साल पहले बांग्लादेश में खेले गए फाइनल में उसने भारत को हराकर खिताब जीता था। मैथ्यूज ने कहा, 'उन्होंने मुझे वह टीम सौंपी है जो मैं चाहता था। अब मैदान पर उतरकर प्रदर्शन करना है और स्वच्छंदता और सकारात्मकता के साथ खेलना है। मुझे ऐसी उम्मीद है। मैं नहीं चाहता कि यह सोचें कि हम विश्व कप जीतने जा रहे हैं। मैं चाहता हूं कि वह एक समय में एक मैच पर ध्यान दें। यदि हम ऐसा करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अधिकतर टीमों को हराने में सफल रहेंगे।'