नागपुर पिच को खराब बताना क्रो का निजी फैसला: मनोहर
बीसीसीआइ अध्यक्ष शशांक मनोहर ने बुधवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड नागपुर पिच को 'खराब' करार देने के आइसीसी के फैसले को मानेगा, लेकिन साथ ही उन्होंने विकेट की प्रकृति पर टिप्पणी को मैच रेफरी जैफ क्रो का 'व्यक्तिगत फैसला' करार दिया।
नई दिल्ली। बीसीसीआइ अध्यक्ष शशांक मनोहर ने बुधवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड नागपुर पिच को 'खराब' करार देने के आइसीसी के फैसले को मानेगा, लेकिन साथ ही उन्होंने विकेट की प्रकृति पर टिप्पणी को मैच रेफरी जैफ क्रो का 'व्यक्तिगत फैसला' करार दिया।
नागपुर के जामथा में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 124 रन से हराया। यह मैच ढाई दिन में ही खत्म हो गया, जिसमें रविचंद्रन अश्विन ने 12 विकेट चटकाए। क्रो ने नागपुर विकेट के खिलाफ रिपोर्ट की और अंतत: आइसीसी ने इसे 'खराब' रेटिंग दी और नागपुर को चेतावनी भी मिली।
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मनोहर ने बीसीसीआइ के आधिकारिक फेसबुक पेज पर प्रशंसकों से लाइव बातचीत के दौरान कहा, 'आइसीसी ने पिचों को लेकर नियम बनाए हैं। इसके चार वर्ग है बेहतरीन, अच्छा, खराब और खतरनाक विकेट। अत्यधिक स्विंग या अत्यधिक सीम मूवमेंट होगी तो विकेट को खराब माना जाएगा। नागपुर के मामले में मैच रेफरी ने कहा कि मैच के तीसरे दिन अत्यधिक स्पिन और समान उछाल। मेरे अनुसार यह मैच रेफरी का व्यक्तिगत फैसला था। यह फैसला अलग हो सकता है कि विकेट पर असमान उछाल था या विकेट उम्मीद से अधिक टर्न कर रहा था।'
बीसीसीआइ अध्यक्ष ने साथ ही इन आरोपों को भी खारिज किया कि आगामी टी-20 विश्व कप के मैचों के आवंटन के दौरान उनके घरेलू केंद्र नागपुर और सचिव अनुराग ठाकुर के घरेलू केंद्र धर्मशाला को प्राथमिकता दी गई। उन्होंने कहा, 'कागजों पर धर्मशाला और नागपुर अधिक मैचों की मेजबानी इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि इसमें क्वालीफायर भी शामिल हैं।'
मनोहर ने कहा कि भारत-पाकिस्तान सीरीज 'अधिक जटिल' है, जहां फैसला दो बोर्ड पर निर्भर नहीं करता। उन्होंने कहा, 'जैसा आपको पता है कि बीसीसीआइ और पीसीबी सीरीज खेलने के लिए राजी हैं। यह जटिल मुद्दा है और दो बोर्ड पर निर्भर नहीं करता। यह राजनीतिक फैसला है जिसे भारत और पाकिस्तान की सरकार को करना है। मुझे यकीन है कि जब स्थिति माकूल होगी तो पूर्ण सीरीज होगी।'