मायूस करुण नायर ने कहा- टीम में चयन नहीं होने पर मैं कर भी क्या सकता हूं
करुण नायर को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं दी गई।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत के लिए टेस्ट में तिहरा शतक लगाने वाले करुण नायर को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए चुनी गई टीम में जगह नहीं दी गई। इंग्लैंड दौरे पर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में वह केवल टूरिस्ट बनकर रह गए। अब वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उन्हें टीम में नहीं चुना गया।
नायर ने एक वेबसाइट को दिए साक्षात्कार में कहा कि चयन को लेकर टीम प्रबंधन से उनकी कोई बात नहीं हुई। हालांकि, उनका यह साक्षात्कार टीम की घोषणा से पहले का है। नायर ने रविवार को खत्म हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ अभ्यास मैच में बोर्ड अध्यक्ष एकादश टीम की अगुआई की थी।
नायर ने कहा कि इंसान होने के कारण स्वभाविक है, दुखी हूं। इस परिस्थिति से निपटना मुश्किल हो रहा है, लेकिन टीम प्रबंधन और इसमें शामिल लोगों को फैसला करना है। एक खिलाड़ी के तौर पर मैं इसे स्वीकर करता हूं। इसके अलावा मैं कर ही क्या सकता हूं। ऐसा लगता है कि नायर चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन की राजनीति का शिकार हो गए हैं। भारत के इंग्लैंड दौरे पर जरूर उन्हें रिजर्व बल्लेबाज के तौर पर शामिल किया गया, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं दिया गया। वो भी ऐसे समय जब वहां की परिस्थितियों के मुताबिक भारत को अपनी बल्लेबाजी और मजबूत करने की जरूरत थी।
महत्वपूर्ण बात यह है कि जब अतिरिक्त बल्लेबाज को मौका देने की बारी आई भी तो वह मौका नायर को नहीं मिला। हनुमा विहारी को अंतिम एकादश में जगह दी गई। जब इंग्लैंड दौरे पर जब ओवल टेस्ट में नायर की जगह हनुमा को मौका दिया गया तो पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गवास्कर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि मुझे पता है वह (नायर) आपका पसंदीदा खिलाड़ी नहीं है। आप उसे नहीं चुनना चाहते। हालांकि, हनुमा ने ओवल टेस्ट में अर्धशतक जरूर जमाया था और उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए लिया जा सकता है। हार्दिक पांड्या चोटिल हैं ऐसे में टीम इंडिया को छठे नंबर पर एक अच्छे बल्लेबाज की जरूरत है। नायर उस जगह को भर सकते थे। हर बार की तरह चयनकर्ताओं ने इस पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है। लेकिन, इस बार भी चयन प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं।