दक्षिण अफ्रीका में इशांत अच्छा करेंगे, स्टेन और मोर्केल से डर नहीं : प्रसाद
इशांत को जवागल श्रीनाथ का रोल निभाना चाहिए या फिर जहीर खान और कपिल देव जैसा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद का कहना है कि इशांत शर्मा को अभी अपनी असली क्षमता पहचानना बाकी है। प्रसाद इशांत को दक्षिण अफ्रीका में तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करते देखना चाहते हैं।
भारत ने दक्षिण अफ्रीका में होने वाली तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए पांच प्रमुख तेज गेंदबाज इशांत, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, मुहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह को जगह दी है। इशांत भारतीय टीम में सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज हैं, लेकिन फिर भी उनके अंतिम ग्यारह में जगह बनाने पर संदेह है। 29 साल के इशांत ने 2007 में टेस्ट में पदार्पण किया था और अब तक 59 टेस्ट में 36.55 के औसत से 226 विकेट ले चुके हैं।
प्रसाद ने कहा कि इशांत सालों से टीम में हैं। तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करने का यह उनके लिए बेहतरीन समय है। उनके पास गति है, ऊंचाई है और आक्रमण है, लेकिन फिर भी पता नहीं क्यों वह अभी तक अपनी असली क्षमता को नहीं पहचान पाएं हैं। इशांत को जवागल श्रीनाथ का रोल निभाना चाहिए या फिर जहीर खान और कपिल देव जैसा।
टीम में चुने गए तेज गेंदबाजी आक्रमण पर बात करते हुए पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि टीम में काफी विविधता है, लेकिन यह इस पर निर्भर करता है कि गेंदबाज वहां की परिस्थितियों में कैसे अनुकूल होते हैं। वे सभी एक दूसरे से विभिन्न हैं। दक्षिण अफ्रीका की पिचें भी अब वैसी नहीं है जैसी 10-15 साल पहले थी। मुझे लगता है कि अधिक उछाल जरूर तेज गेंदबाजों की मदद करेगा, लेकिन यह देखना होगा कि घर में अच्छा करने के बाद तेज गेंदबाज वहां की परिस्थितियों में खुद को कैसे ढालते हैं।
सीमित ओवर क्रिकेट प्रारूप में अच्छा करने के बाद पहली बार टेस्ट टीम में चुने गए बुमराह के बारे में वेंकटेश ने कहा कि उन्होंने अच्छा किया है, इसीलिए उनका चुनाव हुआ है। उन्हें मौका मिलने दीजिए तभी देखेंगे क्योंकि टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट में बहुत अंतर है। भारत का तेज गेंदबाजी आक्रमण अच्छा दिख रहा है, वहीं दक्षिण अफ्रीका के पास भी डेल स्टेन, मोर्नी मोर्केल, वर्नोन फिलेंडर और कैगिसो रबादा हैं। प्रसाद को लगता है कि चोट के बाद वापसी कर रहे स्टेन और मोर्केल भारतीय बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर पाएंगे, लेकिन मेहमान टीम को रबादा से सचेत रहने कीे जरूरत है। प्रसाद ने कहा कि रबादा युवा हैं और उनके पास गति है। साथ ही वह अच्छी बाउंसर से बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं। प्रसाद को ऐसा कोई कारण नहीं लगता है कि भारतीय बल्लेबाज वहां 350 या उससे ज्यादा स्कोर नहीं बना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर हमारे बल्लेबाजों ने अच्छा किया है और मुझे लगता है कि वह वहां अपना जीत का दौर जारी रखेंगे। वह सभी अनुभवी हैं और दक्षिण अफ्रीका की परिस्थितियों को झेल सकते हैं। प्रसाद ने कहा कि जब भी भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया जाती है तो तेज गेंदबाजों पर अधिक दबाव बनाया जाता है, जो अच्छा नहीं है। यह बहुत जरूरी है कि बल्लेबाज स्कोर बोर्ड पर 350 या उससे ज्यादा स्कोर खड़ा करें, उसके बाद गेंदबाज अपनी भूमिका निभाएं। टीम अच्छा कर रही है और मुझे लगता है कि वो दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली सीरीज जरूर जीतेंगे।