IPL 2020: विराट कोहली के योगदान के बिना जीतने से बढ़ा होगा आरसीबी का विश्वास- श्रीकांत
IPL 2020 विराट कोहली के योगदान के बिना जीत दर्ज करने से आरसीबी का आत्मविश्वास निश्चित ही बढ़ेगा। सभी टीमें शानदार नजर आ रही हैं और ऐसे में इस मुकाबले के रोमांचक होने की पूरी गारंटी है। इस टीम के हौसले बुलंद हैं।
(क्रिस श्रीकांत का कॉलम)
देवदत्त पडीक्कल के पहले ही मैच में उनके प्रदर्शन ने मुझे बेहद प्रभावित किया। बड़े मंच पर खुद को संभालना आसान काम नहीं, लेकिन इस युवा खिलाड़ी ने सही रवैये के साथ मैच विजयी पारी खेली। जो लोग लंबे समय से घरेलू क्रिकेट को देख समझ रहे हैं, उनके लिए देवदत्त का प्रदर्शन हैरानीभरा नहीं है। उनके लिए देवदत्त कर्नाटक के लिए किए गए अपने पिछले सत्र के प्रदर्शन को जारी रखे हुए हैं। मुझे इस 20 साल के युवा खिलाड़ी की जिस बात ने सबसे अधिक प्रभावित किया, वह उनका आखिरी वक्त तक गेंद को देखने के बाद शॉट खेलने का अंदाज रहा। सीधे बल्ले से खेलना हमेशा ही लाभदायक स्थिति होती है और पडीक्कल के पास तेज गेंदबाजों के खिलाफ शॉट खेलने के लिए अधिक समय रहता है, जो एक ओपनर के लिए बहुत अहम है।
अगर हैदराबाद के खिलाफ प्रदर्शन को पैमाना माना जाए तो निश्चित रूप से पडीक्कल काफी आगे जाएंगे। मेरी सिर्फ एक ही इच्छा है कि उन्हें अकेला छोड़ दिया जाए और अपना स्वाभाविक खेल खेलने की आजादी दी जाए। हम पहले भी देख चुके हैं कि कैसे शुरुआत में ही किसी न किसी से तुलना करके किसी खिलाड़ी के करियर को कितना नुकसान होता रहा है। अभी तक सभी मुकाबले शानदार रहे हैं और पंजाब व बेंगलुरु के बीच होने वाला मुकाबला भी ऐसा ही रहने की उम्मीद है।
पंजाब को दिल्ली के खिलाफ मिली करीबी हार से जल्द से जल्द उबरना होगा। वहीं ऐसा लग रहा है जैसे बेंगलुरु ने अपने सभी कदम सही जगह रखे हैं। विराट कोहली के योगदान के बिना जीत दर्ज करने से टीम का आत्मविश्वास निश्चित ही बढ़ेगा। सभी टीमें शानदार नजर आ रही हैं और ऐसे में इस मुकाबले के रोमांचक होने की पूरी गारंटी है।
अब बात करते हैं राजस्थान और चेन्नई के मैच की। संजू सैमसन की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत राजस्थान की टीम अपने पहले ही मुकाबले में मजबूत चेन्नई के खिलाफ जीत से आगाज करने में सफल रही। बेशक ये मैच एक सपाट पिच पर खेला गया, लेकिन इससे संजू सैमसन की बेहतरीन बल्लेबाजी का श्रेय नहीं छीना जा सकता। हालांकि ऐसे में जबकि अन्य पिचें रन बनाने के लिहाज से मुफीद नहीं है, सैमसन की राह आसान रहने वाली नहीं है। दुबई की पिच कुछ अलग है और यहां रन बनाना इतना आसान नहीं होगा। ऐसे में राजस्थान को अपनी रणनीति में कुछ बदलाव करना होगा।