भारतीय अंपायरों को मेंटर की जरूरत : हरिहरन
मेंटर अगर अंपायरों का मार्गदर्शन करेंगे तो उनके स्तर में सुधार किया जा सकता है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। पूर्व अंतरराष्ट्रीय अंपायर के.हरिहरन का मानना है कि खराब अंपायरिंग से भारतीय क्रिकेट को नुकसान होगा, क्योंकि आइपीएल के जरिये यह सभी की नजरों में आ रही है। उन्होंने साथ ही कहा कि मेंटर अगर अंपायरों का मार्गदर्शन करेंगे तो उनके स्तर में सुधार किया जा सकता है।
हरिहरन ने कहा, 'जिस तरह चयनकर्ता बाहर से खिलाडि़यों पर लगातार नजर रखते हैं उसकी तरह अंपायरों के लिए भी मेंटर होने चाहिए जो मैच के दौरान बाहर से उनके प्रदर्शन पर नजर रखें और मैच के तुरंत बाद उनके सकारात्मक और नकारात्मक पक्षों को बताएं। फिलहाल घरेलू सर्किट में भारतीय अंपायरों का मार्गदर्शन करने के लिए कोई नहीं है. हम सभी को पता है कि आइपीएल में अंपायरों ने कुछ बड़ी गलतियां की हैं और ऐसा होता है, मानवीय गलतियां हमेशा होती हैं। आइपीएल को विश्व स्तर पर भी काफी दर्शक मिलते हैं और ऐसे में प्रतियोगिता में अंपायरिंग की शर्मनाक गलतियां सोशल मीडिया पर भी बड़ा मुद्दा बन रही हैं।'
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हरिहरन के मुताबिक, लेकिन मेंटरों का एक समूह होना चाहिए जो मैच के बाद उन्हें इस तरह की चीजें बताए कि उन्होंने क्या गलती की और क्या सही काम किया और क्या वे सही स्थिति में खड़े थे। दो टेस्ट और 34 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग करने वाले हरिहरन बीसीसीआइ की समीक्षा समिति का भी हिस्सा हैं, जिसका काम घरेलू क्रिकेट में अंपायरिंग के स्तर में सुधार को लेकर समय-समय पर बदलाव का प्रस्ताव देना है। पैनल में हरिहरन के अलावा पूर्व अंपायर विजय चोपड़ा, आइ शिवराम, वीके रामास्वामी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि फिलहाल बीसीसीआइ से 110 अंपायरों को मान्यता प्राप्त है। उन्होंने कहा, 'हम पहले ही अपनी रिपोर्ट (बीसीसीआइ को) सौंप चुके हैं, जिसमें हमने देश के शीर्ष 25 अंपायरों के लिए मेंटर की नियुक्ति का प्रस्ताव रखा है। बोर्ड भविष्य की कार्रवाई पर फैसला करेगा।'