Ind vs SA: कप्तान विराट कोहली ने नहीं दी टीम में जगह, रिषभ पंत पहुंचे पूर्व चयनकर्ता के पास !
खराब फॉर्म में चल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया। 21 साल के पंत की जगह रिद्धिमान साहा को टीम में जगह दी गई।
नई दिल्ली, आईएएनएस। साउथ अफ्रीका के खिलाफ (India vs South Africa) टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के युवा विकेटकीपर रिषभ पंत (Rishabh Pant) की जगह रिद्धिमान साहा को प्लेइंग इलेवन मौका दिया गया। कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने यह साफ किया कि साहा को भारतीय पिचों पर विकेटकीपिंग का बेहतर अनुभव है और वह सीरीज में उपयोगी साबित होंगे। टेस्ट सीरीज में मौका ना मिलने के बाद पंत ने अपनी विकेटकीपिंग पर काम करना शुरू कर दिया है।
21 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत इस वक्त पूर्व भारतीय विकेटकीपर किरण मोरे के साथ विकेटकीपिंग में सुधार करने में लगे हैं। हालांकि पंत की कमियों पर काम कर रहे मोरे ने साफ किया की बीसीसीआई ने उनको इसके लिए बहाल नहीं किया है।
आईएएनएस से बात करते हुए सूत्र ने कहा, “इस कदम के पीछे ज्यादा कुछ जानने की जरूरत नहीं है, बस टीम को लगता है कि पंत को अपनी विकेटकीपिंग में थोड़ा सुधार करने की जरूरत है जब भारतीय कंडिशन में खेलने उतरें। खासकर टेस्ट क्रिकेट में भारत में खेलते हुए उनको बेहतर करने की जरूरत है और इसी वजह से मोरे के साथ इन सब पहलू पर काम कर रहे हैं।"
जब इस बात को लेकर मोरे से संपर्क किया गया तो उन्होंने भी यही बात कही। लेकिन उन्होंने यह बताया कि उनका बीसीसीआई की तरफ से कोई आधिकारिक बहाली नहीं हुई है।
"वह काफी अच्छी विकेटकीपिंग कर रहे हैं और उनके अंदर मैं बहुत ज्यादा सुधार देख सकता हूं। उन्होंने 11 टेस्ट मैचों में 53 खिलाड़ियों को आउट करने में भूमिका निभाई है और यह हर मैच में लगभग 5 विकेट के बराबर है। हर दिन आप खेलते हैं और हर दिन आप बड़े होते हैं। उन्होंने अब तक काफी अच्छा किया है। किसी भी खेल में बेसिक बहुत जरूरी होता है और वह इसी पर काम कर रहे हैं।"
मोरे से जब पंत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "हम उनके संतुलन पर काम कर रहे हैं, और हाथों की स्थिति के उपर भी ध्यान दे रहे हैं। उनके पास बहुत ही बेहतरीन क्रिकेटिंग माइंड है और वह चीजों को बड़ी जल्दी सीख लेते हैं। हमने छोटी छोटी सी चीजों को ठीक करने पर काम किया है। हाथ और सिर का स्थिति बहुत ही जरूरी होती है और इसमें वक्त लगता है। अनुभव के साथ आप इसे सीखते हैं।"