भारत-पाकिस्तान सीरीज से दोनों मुल्कों को होगा फायदा, पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज का दावा
पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर ने कहा है कि करतापुर कॉरिडोर की तरह भारत-पाकिस्तान सीरीज भी बहाल होनी चाहिए जिससे दोनों मुल्कों को फायदा होगा।
अबू धाबी, विशाल श्रेष्ठ। पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद चाहते हैं कि करतारपुर कॉरिडोर की तरह भारत-पाक द्विपक्षीय क्रिकेट का भी रास्ता खुले। टी-10 लीग में डेक्कन ग्लैडिएटर्स के कोच मुश्ताक ने खास बातचीत में कहा, "जिस तरह करतारपुर कॉरिडोर खुल गया है, उसी तरह भारत-पाक के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट भी बहाल होना चाहिए। इसमें दोनों मुल्कों का फायदा है। करतारपुर कॉरिडोर खुलना दोनों तरफ की सरकारों के लिए बहुत अच्छा और सकारात्मक संकेत है। इस तरह की पहल से चीजें खुलेंगी।"
मुश्ताक मानते हैं कि भारत-पाक के रिश्तों को सामान्य करने में क्रिकेट बड़ी भूमिका अदा कर सकता है। उन्होंने कहा, "ऐसा पहले भी देखा गया है कि जब दोनों देशों के बीच रिश्ते अच्छे नहीं होते और सरकारें सख्त रवैया अपनाती हैं तो क्रिकेट ही उन्हें इकट्ठा करती है। यह खेल प्यार और खुशी लेकर आता है, इसलिए दोनों मुल्कों के लिए जरूरी है कि वे एक-दूसरे के साथ खेलें। भारत-पाक के मुकाबले बेहद प्रतिस्पर्धी होते हैं। ये एशेज से भी बढ़कर होते हैं। दोनों मुल्कों के लोग भी अपने नायकों को खेलते देखना चाहते हैं।"
जब हम आपस में क्रिकेट खेलेंगे तो चीजें आसान होने लगेंगी। दोनों देशों के राजनेताओं को एक प्लेटफॉर्म पर आकर अपनी स्थिति सहज करने का अच्छा मौका मिल जाएगा। इमरान खान ने पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनते ही इस बारे में बातचीत करने के लिए फोन भी किया था। टेबल पर बैठकर तमाम मुद्दों पर बातचीत होनी चाहिए। जो भी मसले हैं, वे बातचीत से हल किए जाने चाहिए। इससे दोनों देशों के बीच कारोबार शुरू होगा, लोगों को रोजगार मिलेगा और गरीबी दूर होगी। इसके साथ ही दुनिया का यह हिस्सा भी मजबूत होगा, जिसमें ये दोनों देश स्थित हैं।"
विराट की बल्लेबाजी कविता जैसी
49 साल के मुश्ताक ने कहा कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी कविता जैसी है, जिसे देखने में काफी मजा आता है। विराट के आंकड़े उनके लिए बोलते हैं। विराट और पाकिस्तानी बल्लेबाज बाबर आजम की हो रही तुलना पर मुश्ताक के कहा कि दोनों जबरदस्त खिलाड़ी हैं और इस समय दुनिया के सर्वोत्तम बल्लेबाजों में शुमार हैं। वे युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं।
टेस्ट में 185 और वनडे में 161 विकेट लेने वाले मुश्ताक ने भारत-पाक क्रिकेट की परस्पर तुलना पर कहा कि भारतीय क्रिकेट स्थापित हो गया है, जबकि पाक क्रिकेट नए दौर की तरफ बढ़ रहा है। पाक क्रिकेट बोर्ड के प्रबंधन में बदलाव किया गया है। पूर्व कप्तान मिस्बाह उल हक को मुख्य चयनकर्ता और पाक टीम का मुख्य कोच बनाया गया है। चीजें बदलने में थोड़ा वक्त तो लगेगा ही। पाकिस्तान के पास प्रतिभाशाली क्रिकेटरों की कमी नहीं है, बस उन्हें स्थापित होने के लिए थोड़ा वक्त चाहिए।
..वरना अजंता जैसा होगा हाल
वेस्टइंडीज टीम की स्पिन गेंदबाजी के कोच मुश्ताक मानते हैं कि स्पिनरों को नई गेंदें विकसित करते रहना चाहिए, वरना उनका एक समय श्रीलंका के रहस्यमय गेंदबाज रहे अजंता मेंडिस जैसा हाल हो सकता है। मुश्ताक ने कहा, "शुरू में अजंता को उनकी अबूझ गेंदबाजी के कारण काफी विकेट मिले, लेकिन जैसे ही बल्लेबाजों ने उनकी गेंदबाजी की शैली को भांप लिया, उनका बुरा हाल हो गया, इसलिए स्पिनरों को नई-नई गेंदें विकसित करती रहनी चाहिए।"
सचिन को दी बधाई
सचिन तेंदुलकर के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 30 साल पूरे होने पर उन्हें बधाई देते हुए मुश्ताक ने कहा, "सचिन सिर्फ खिलाड़ी नहीं, इंसान के तौर पर भी रोल मॉडल हैं। उन्होंने इस खेल को काफी साफ-सुथरे तरीके से खेला है और अपने देश की बहुत सेवा की है।"