India Vs Australia: एश्टन टर्नर के प्रदर्शन से विश्व कप से पहले कंगारुओं ने पलट दी हारी हुई बाजी
India Vs Australia कोटला में सीरीज का परिणाम कुछ भी हो लेकिन विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया टीम को संजीवनी दे गया यह दौरा। एश्टन टर्नर के साहसिक प्रदर्शन से बराबरी पर आई सीरीज।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। India Vs Australia, भारत आने से पहले अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मोहाली वनडे जीतकर पांच मैचों की इस सीरीज को ही नहीं, भारत दौरे और अपने भविष्य को भी पूरी तरह टर्न कर दिया है। वहीं विश्व कप (ICC World Cup 2019) की प्रबल दावेदार नजर आ रही भारतीय टीम के हौसले कुछ पस्त होते नजर आ रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा योगदान अपने दूसरे ही अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में मैन ऑफ द मैच बनने वाले ऑलराउंडर एश्टन टर्नर का है जिन्होंने रविवार को मोहाली में हुए चौथे वनडे में 43 गेंदों पर 84 रनों की पारी खेली।
भारतीय टीम हाल ही में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में टेस्ट सीरीज में 3-1 से व वनडे सीरीज 2-1 से हराकर आई थी। वहां टी-20 सीरीज 1-1 से ड्रॉ रही थी। इसके बाद भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड में घरेलू टीम को वनडे सीरीज में 4-1 से हराया। टी-20 सीरीज में भारत को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में जब ऑस्ट्रेलिया टीम भारत आई थी तो उसे हल्के में ही लिया जा रहा था, लेकिन उसने टी-20 सीरीज 2-0 से जीतकर और वनडे सीरीज को 2-2 से बराबर कर पूरे खेल को ही पलट दिया।
वनडे सीरीज का आखिरी मैच बुधवार को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में होगा। पिछले साल द. अफ्रीका में बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद स्टीव स्मिथ व डेविड वार्नर पर एक साल का प्रतिबंध लग गया था। इसके बाद से ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन ऐसा गिरा जैसे पहाड़ से कोई पत्थर का टुकड़ा गिरा हो, लेकिन हालिया भारत दौरे ने पांच विश्व कप खिताब जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम की किस्मत को फिर पलट दिया और अब इस साल होने वाले विश्व कप में उसे कोई हल्के में नहीं लेगा।
शून्य से शिखर तक टर्नर
मोहाली में भारत के खिलाफ चौथे वनडे में टर्नर ने दिखाया है कि क्यों उन्हें आइपीएल में चुना गया। रविवार रात से पहले भारत में टर्नर को कोई नहीं जानता था लेकिन उन्होंने 43 गेंद में नाबाद 84 रन जड़कर ऑस्टेलिया को 359 रन के लक्ष्य तक पहुंचाकर शानदार जीत दिलाई थी। वह तो मार्कस स्टोइनिस का अंगूठा टूट गया नहीं तो टर्नर को इस मैच में खेलने का मौका भी नहीं मिलता। अगर टर्नर की बात करें तो एक समय वह वह थोड़ी सी बल्लेबाजी और ज्यादा गेंदबाजी करते थे।
वह 2012 में अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में पहुंची ऑस्टेलियाई टीम का हिस्सा थे। वह उस टूर्नामेंट में बल्लेबाज से ज्यादा ऑफ स्पिन के लिए जाने गए। उन्होंने छह मैचों में 16.18 के औसत से 11 विकेट लिए थे। इसके बाद वह पर्थ स्कॉचर्स के फिनिशर के रूप में उभरे और बिग बैश लीग में फिनिशर बने।
2019 के लिए आइपीएल नीलामी में टर्नर को राजस्थान रॉयल्स ने 50 लाख रुपये के आधार मूल्य पर ही खरीद लिया। तब उन्होंने कहा था किमुझे कोई अंदाजा नहीं है कि उन्होंनेमुझे क्यों चुना। मैं सुबह उठा तोमुझे खबर मिली कि मैं राजस्थान जा रहा हूं। इस सीरीज में हैदराबाद में उन्हें पहला वनडे खेलने को मिला लेकिन वह कुछ नहीं कर सके। उन्हें अगले दो वनडे से बाहर रखा गया, लेकिन मोहाली में उन्होंने अपनी आक्रमकता पूरे विश्व को दिखाई। करियर के दूसरे वनडे में जब वह बल्लेबाजी करने आए तो ग्लेन मैक्सवेल आउट हो चुके थे और मेहमान टीम को 83 गेंद में 130 रन की जरूरत थी। टर्नर जरा से भी विचलित नहीं दिखे। वह मैदान में वी शेप में खेलना पसंद करते हैं। उनके सात में से चार छक्के इस क्षेत्र में ही आए।
पता था टर्नर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसा कर सकते हैं: हैंड्सकोंब
भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को चौथे वनडे में रविवार को शानदार जीत दिलाने में भूमिका निभाने वाले शतकवीर पीटर हैंड्सकोंब ने इस अहसास को खास बताया। हैंड्सकोंब ने मैच के बाद कहा कि यह शानदार अहसास है। मेरी भूमिका, इसे जहां तक संभव हो, अंत तक ले जाने की कोशिश करने की थी, जो काफी विशेष रही। उस्मान ख्वाजा और मैं ज्यादा बात नहीं करते हैं। हम एक दूसरे को अपना खेल खेलने देते हैं। ओस के कारण बल्लेबाजी पर पड़ने वाले असर पर उन्होंने कहा कि जब ओस पड़नी शुरू हुई तो हमने नोटिस किया कि गेंद इतनी ज्यादा स्पिन नहीं हो रही है।
इससे हमें अपना नैसर्गिक खेल खेलने में मदद मिली। मैक्सी (ग्लेन मैक्सवेल) ने अच्छी भूमिका निभाई और मुझ पर से दबाव ले लिया। एश्टन टर्नर शानदार खिलाड़ी हैं। हमने बिग बैश लीग में देखा कि उन्होंने कितना बढ़िया प्रदर्शन किया। उनका आत्मविश्वास इस पारी और जीत से बढ़ेगा।मुझे पता था कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी टर्नर ऐसा कर सकते हैं। टर्नर (84*) ने 43 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में पांच चौके और ताबड़तोड़ छह छक्के लगाए। उन्होंने एलेक्स कैरी (21) के साथ छठे विकेट के लिए 86 रन की साङोदारी की। उनकी इस शानदार पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।