Move to Jagran APP

गुवाहाटी T20 में दर्शकों के साथ हुआ धोखा, नहीं थे खिलाड़ी फिर भी दिया मैच कराने का दिलासा

Ind vs SL गुवाहाटी में भारत बनाम श्रीलंका टी20 मैच के लिए पहुंचे हजारों दर्शकों के साथ एक बड़ा धोखा हुआ। इससे पहले शायद ही कभी ऐसा हुआ होगा।

By Vikash GaurEdited By: Published: Mon, 06 Jan 2020 06:21 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jan 2020 10:09 AM (IST)
गुवाहाटी T20 में दर्शकों के साथ हुआ धोखा, नहीं थे खिलाड़ी फिर भी दिया मैच कराने का दिलासा
गुवाहाटी T20 में दर्शकों के साथ हुआ धोखा, नहीं थे खिलाड़ी फिर भी दिया मैच कराने का दिलासा

नई दिल्ली, आएएनएस। Ind vs SL: गुवाहाटी में बारिश और गीली पिच के कारण भारत बनाम श्रीलंका टी20 मैच रद हो गया। हालांकि, इस मुकाबले के लिए गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में पहुंचे हजारों दर्शकों के साथ एक बड़ा धोखा हुआ, जो इससे पहले शायद ही कभी हुआ होगा। दरअसल, मैच रेफरी और अंपायरों ने पहले ही ये मन बना लिया था कि ये मैच नहीं होगा, बावजूद इसके दर्शकों को करीब 10 बजे तक ये सच्चाई बताई नहीं गई। इसका खुलासा खुद असम क्रिकेट एसोसिएशन के एक अधिकारी ने किया है।

loksabha election banner

रविवार को गुवाहाटी में रद हुए पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में अंपायर और मैच रेफरी ने ग्राउंड स्टाफ से बात करने के बाद मैदान के इंस्पेक्शन के लिए आखिरी समय रात के साढ़े 9 बजे का रखा था, लेकिन हैरानी की बात ये है कि ज्यादातर खिलाड़ी 9 बजे ही स्टेडियम से निकल गए थे। यहां तक कि आखिरी इंस्पेक्शन के लिए जो समय सीमा (9:30 PM) रखी गई थी, उसके 24 मिनट बाद (9:54 PM) मुकाबले के रद होने का ऐलान किया गया।

एसीए के सचिव ने किया है बड़ा खुलासा

असम क्रिकेट एसोसिएशन (ACA) के सचिव देवजीत सैकिया (Devajit Saikia) ने इस बात का खुलासा किया है कि ज्यादातर खिलाड़ी 9 बजे ही स्टेडियम छोड़कर निकल गए थे। न्यूज एजेंसी IANS से बात करते हुए सैकिया ने कहा है कि वे खुद आश्चर्य में थे कि कैसे अंपायर शमशुद्दीन (Chettithody Shamshuddin), नितिन मेनन (Nitin Menon), अनिल चौधरी (Anil Chaudhary) और मैच रेफरी डेविड बून (David Boon) 9:30 PM का समय इंस्पेक्शन के लिए रख सकते हैं, जबकि ज्यादातर खिलाड़ी 9 बजे ही निकल गए थे।

एसीए के सचिव ने कहा है, "मैच के कॉल्ड ऑफ(रद होने का समय) होने का ऐलान करना एक रणनीति थी, जिससे कि दर्शक अनियंत्रित न हों। यह सामान्य प्रोटोकॉल है जिसका पालन किया गया। मैंने आपको बहुत बड़े फैक्ट दिए हैं।" बता दें कि इस मुकाबले के लिए करीब 40 हजार दर्शक मौजूद थे, जो करीब 10 बजे तक मैदान में टिके रहे, भीगते रहे, क्योंकि ये लोग मैच देखने पहुंचे थे। हालांकि, नियमों के अनुसार, बीसीसीआइ और एसीए को सभी का पैसा वापस करना होगा।

ग्राउंड स्टाफ को मिला कम समय

यहां तक कि सैकिया ने ये भी स्पष्ट किया है कि टॉस होने के बाद आई बारिश के बाद मैच ऑफिशियल्स ने ग्राउंड स्टाफ को साफ बोल दिया था कि 8:45 PM तक ग्राउंड ठीक हो जाए, अन्यथा मैच रद कर दिया जाएगा। एसीए सचिव सैकिया ने कहा है,  "एक घंटा और तीन मिनट हुई बारिश के बाद अंपायरों ने कहा था कि 8:45 p.m तक हमें मैदान खेलने लायक चाहिए, नहीं तो मैच रद कर दिया जाएगा। ग्राउंड स्टाफ को 57 मिनट दिए गए थे।"

हालांकि, एसीए सचिव ने ये स्वीकार किया है कि अगर हमारे पास कुछ और समय होता तो हम मैदान को खेलने योग्य बना सकते थे। रिवर्स ऑस्मोसिस प्रणाली के कारण पिच पर पूरी तरह से नमी थी और कमेंट्री में जो कहा गया था, मैं उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता।" यहां तक कि इनदिनों गुवाहाटी में बारिश होगी, इसका भी अंदेशा किसी को नहीं था। ये बिन मौसम बरसात थी, जिसने मैच में खलल डाला।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.