IND vs ENG: अपने साथी बल्लेबाजों को संघर्ष करते देख क्यों खुश हो रहे थे मोइन अली?
मोइन ने बताया कि टी के बाद जब मैं पवेलियन लौटे तो सभी मुझे बायकॉट बुलाने लगे लेकिन जब वहीं बल्लेबाज क्रीज पर आए और बीट हुए तो मुझे बहुत मजा आया।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और इंग्लैंड के बीच 5वें टेस्ट के पहले दिन इंग्लैंड के ज्यादातर बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए। वो तो भला हो एलिस्टर कुक और तीसरे नंबर पर उतरे मोइन अली का, जिनके अर्धशतक की बदौलत इंग्लैंड 7 विकेट के नुकसान पर 198 रन बनाने में कामयाब रहा। पहले दिन इंग्लैंड की धीमी बल्लेबाजी की हर तरफ बात हो रही थी लेकिन सच तो ये भी है कि कंडीशन गेंदबाजों को मदद कर रही थी और भारतीय गेंदबाज लगातार अनुशासन में गेंदबाजी कर रहे।
पहले दिन इंग्लैंड के ऑलराउंडर मोइन अली ने एक धीमा अर्धशतक लगाया। मोइन ने 170 गेंद पर 50 रन की पारी खेली। मोइन अली धीमी बल्लेबाजी के कारण जब टी ब्रेक के बाद पवेलियन लौटे तो सभी साथी खिलाड़ी उन्हें ज्योफ्री बायकॉट कहने लगे।
बायकॉट इंग्लैंड के महान बल्लेबाज रहे है लेकिन हमेशा अपनी धीमी बल्लेबाजी के कारण सुर्खियों में रहते थे। मोइन ने धीमी पारी जरूर खेली लेकिन एक छोर उन्होंने लगातार संभाले रखा। इस दौरान विराट से उनका कैच भी छूटा, जिसकी बदौलत वह अर्धशतक बनाने में कामयाब रहे।
मोइन ने बताया कि टी ब्रेक के बाद जब मैं पवेलियन लौटे तो सभी मुझे बायकॉट बुलाने लगे लेकिन जब वहीं बल्लेबाज क्रीज पर आए और जब पहली ही गेंद बीट हुए तो मुझे बहुत मजा आया। अली ने मैच के बाद कहा कि मैं हर गेंद को मेरिट के हिसाब से खेल रहा था, यहां की पिच धीमी है फिर भी गेंदबाजों को काफी मदद मिल रही थी। भारत के गेंदबाजों ने भी बहुत अच्छी गेंदबाजी की। गेंदबाजों ने मुझे हाथ खोलने का मौका ही नहीं दिया लेकिन मैं किसी तरह अपना विकेट बचाने में कामयाब रहा।
अली ने ओवल टेस्ट मैच के पहले दिन 170 गेंद में 50 रन की पारी खेली और एलिस्टर कुक के साथ 73 रन की साझेदारी की। अली और कुक की इस साझेदारी की बदौलत ही मेजबान टीम ने स्टंप तक सात विकेट पर 198 रन बना लिए थे।