Move to Jagran APP

गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले पहले डे-नाइट टेस्ट के लिए चेतेश्वर पुजारा ने कहा- हम हैं तैयार

Ind vs Ban पुजारा ने 2016-17 सीजन में दूधिया रोशनी में गेंद दिखने में दिक्कत की शिकायत की थी लेकिन अब वह इसके लिये अच्छी तरह तैयार हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 01 Nov 2019 08:39 PM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 08:39 PM (IST)
गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले पहले डे-नाइट टेस्ट के लिए चेतेश्वर पुजारा ने कहा- हम हैं तैयार
गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले पहले डे-नाइट टेस्ट के लिए चेतेश्वर पुजारा ने कहा- हम हैं तैयार

 कोलकाता, प्रेट्र। भारतीय टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि वो पहले डे-नाइट टेस्ट मैच को लेकर काफी उस्ताहित हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि टीम की मजबूत बल्लेबाजी को पिंक गेंद के हिसाब से ढ़लने में कोई ज्यादा समस्या होगी। तीन साल पहले जब सौरव गांगुली की अगुआई वाली बीसीसीआइ की तकनीकी समिति ने पहली बार गुलाबी गेंद के साथ प्रयोग किया था तो इसे दलीप ट्राफी में लागू किया गया था जिसमें पुजारा ने इंडिया ब्लू के लिये दो बड़े शतक से 453 रन बनाये थे। उन्होंने नाबाद 256 रन की पारी भी खेली थी।

loksabha election banner

सौरव गांगुली ने अब बीसीसीआइअध्यक्ष पद संभालते ही डे-नािट टेस्ट के लिये बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड को मना लिया जिससे अब दोनों देश 22 से 26 नवंबर तक कोलकाता के ईडन गार्डन में पिंक गेंद से अपना पहला टेस्ट मैच खेलेंगे। महान क्रिकेटर सचिन तेदुलकर सहित पूर्व खिलाड़ियों ने कई चुनौतियों की बात की है जिसमें शाम में खेलने से ओस की समस्या सबसे अहम है। टेस्ट में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले पुजारा ने कहा कि यह उत्साहित करने वाला होगा। हमने जो डे-नाइट मैच खेला था तो वो प्रथम श्रेणी मैच था, यह टेस्ट मैच होगा। मुझे पूरा भरोसा है कि सभी खिलाड़ी इसके लिये उत्साहित हैं।

पुजारा ने 2016-17 सीजन में दूधिया रोशनी में गेंद दिखने में दिक्कत की शिकायत की थी लेकिन अब वह इसके लिये अच्छी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जितना हम खेलेंगे, उतना ही हमें अनुभव मिलेगा कि गेंद को कैसे खेला जाये। हर गेंद में अपनी चुनौती होती हैं मुझे नहीं लगता कि लाल गेंद से गुलाबी गेंद से खेलने में ज्यादा बदलाव करना होगा। कारण यह है कि यह एक ही प्रारूप है। हम पांच दिवसीय मैच ही खेल रहे हैं।

पुजारा ने कहा कि हमें सिर्फ पिंक गेंद से खेलने का आदी होना होगा। इसके अलावा मुझे नहीं लगता है कि इससे ज्यादा फर्क पड़ने वाला है। अगर हम कुछ डे-नाइट टेस्ट मैच खेल लेंगे तो हम इसमें आगे और सुधार कर सकते हैं। पुजारा के अलावा टीम इंडिया में मयंक अग्रवाल, कुलदीप यादव, मो. शमी, रिषभ पंत, रिद्धिमान साहा व रोहित शर्मा को पिंक गेंद से खेलने का अनुभव है। इसका टीम को फायदा होगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.