अगर मैं काउंटी नहीं खेलता तो पहले टेस्ट में मौका मिल जाता : पुजारा
चेतेश्वर पुजारा ने नॉटिंघम टेस्ट की दूसरी पारी में शानदार 72 रन जड़े।
नॉटिंघम। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में लगातार फेल हो रहे चेतेश्वर पुजारा ने नॉटिंघम टेस्ट की दूसरी पारी में शानदार 72 रन जड़े। पुजारा ने अपना स्वाभाविक खेल खेलते हुए 208 गेंदों पर 72 रन बनाए। प्रशंसक और समीक्षक भले ही पुजारा की आलोचना कर रहे हों, लेकिन उन्हें पता था कि उनका फॉर्म सही है और बड़ा स्कोर केवल एक पारी दूर है।
पुजारा ने कहा कि मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। मैने इस सत्र में ज्यादा रन नहीं बनाए थे। मैंने काउंटी में भी ज्यादा रन नहीं बनाए थे, इसलिए अब रन बनाकर अच्छा लग रहा है। हम फिलहाल अच्छी स्थिति में हैं। अगर रन नहीं बनते तो आप परेशान होते हैं, लेकिन जिस तरह से मैं नेट में बल्लेबाजी कर रहा था, अपना पैर हिला रहा था। मुझे पता था कि अच्छा स्कोर केवल एक पारी दूर है। मैं शतक से चूक गया, लेकिन 72 रन बनाकर अच्छा लग रहा है।
टीम से बाहर बैठना निराशाजनक : पुजारा को पहले टेस्ट मैच की अंतिम एकादश में नहीं रखा गया, जिससे वह निराश हुए थे। इस बारे में पुजारा ने कहा कि टीम संयोजन की वजह से अंतिम एकादश से बाहर होना बुरा लगता है, लेकिन अब टीम में वापस आकर और रन बनाकर अच्छा लग रहा है। शायद अगर मैं काउंटी नहीं खेलता तो मुझे सीरीज की शुरुआत करने का मौका मिलता, लेकिन काउंटी क्रिकेट खेलना हमेशा ही अच्छा रहता है और मैं काउंटी सत्र के दौरान इंग्लैंड की कुछ चुनौती भरी पिचों पर खेला। ऐसे में आप कई बार आउट होते हैं, लेकिन ये अच्छी तैयारी है। मालूम हो कि काउंटी में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के कारण विराट ने पुजारा को पहले टेस्ट में जगह नहीं दी थी।