पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान चैपल ने बताया, टेस्ट क्रिकेट को है ये ‘बड़ा खतरा’
इयान चैपल का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट को सिर्फ टी-20 की बढ़ती लोकप्रियता ही नहीं बल्कि जलवायु परिवर्तन से भी खतरा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट को सिर्फ टी-20 की बढ़ती लोकप्रियता ही नहीं बल्कि जलवायु परिवर्तन से भी खतरा है। चैपल ने कहा कि दुनिया भर के क्रिकेट बोर्ड को इस पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।
चैपल ने कहा कि पांच दिवसीय मैचों का करीब से निरीक्षण करने से संकेत मिलते हैं कि हमारे सामने कुछ गंभीर चुनौतियां हैं। इनमें दो सबसे बड़ी चिंता लंबे प्रारूप पर टी-20 क्रिकेट और जलवायु परिवर्तन का प्रभाव है। टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को लेकर अपनी चिंता साझा करते हुए चैपल ने कहा कि सबसे पहले तो बढ़ते तापमान से खिलाडि़यों के स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा।
बारिश के कारण खेल में विलंब होने से अधिक हताशा भरा कुछ नहीं होता लेकिन कल्पना कीजिए कि सूरज की बेहद तेज रोशनी होने के कारण खिलाडि़यों को मैदान से बाहर जाना पड़े। त्वचा के कैंसर से जूझने वाले इस पूर्व कप्तान ने कहा कि बेहद लंबे समय तक सूरज की रोशनी में रहने से खिलाडि़यों को उस तरह की बीमारी का सामना करना पड़ सकता है, जिसका सामना वह कर रहे हैं।
अगर तापमान बढ़ता रहा तो खिलाडि़यों को लू लगने से या त्वचा के कैंसर से होने वाले नुकसान से बचाना होगा। मुकदमेबाजी के युग में क्रिकेट बोर्ड को सतर्कता से आगे बढ़ने की जरूरत है। इसमें कोई हैरानी नहीं कि दिन-रात्रि मैचों को टेस्ट क्रिकेट के भविष्य के लिए अहम माना जा रहा है। समुद्र का जलस्तर बढ़ने की भी चिंता है। कम बारिश का भी नुकसानदायक प्रभाव है। ये घटनाएं चेतावनी दे रही हैं कि क्रिकेटरों और प्रशासकों को जलवायु परिवर्तन को गंभीरता से लेने की जरूरत है।