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'22-24 रन दिए तो लगा ये मेरा आखिरी मैच है, उन्होंने मुझे दूसरा ओवर दिया' आलराउंडर ने MSD की तारीफ में कसीदे गढ़े

टीम इंडिया के आलराउंडर हार्दिक पांड्या ने महेंद्र सिंह धौनी की तारीफ में कसीदे गढ़े हैं। पांड्या को आइपीएल की नई फ्रेंचाइजी हैदराबाद ने कप्तान बनाया है। इसके बाद उन्होंने धौनी को याद किया और बताया कि टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर ने कैसे उनका करियर बनाने में मदद की।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 09:36 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 03:27 PM (IST)
'22-24 रन दिए तो लगा ये मेरा आखिरी मैच है, उन्होंने मुझे दूसरा ओवर दिया' आलराउंडर ने MSD की तारीफ में कसीदे गढ़े
टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। पूर्व कप्तान विराट कोहली से लेकर वर्तमान कप्तान रोहित शर्मा तक आज टीम इंडिया का हर सीनियर क्रिकेटर अपने करियर में महेंद्र सिंह धौनी (MS Dhoni) के योगदान को अहम बताता है। ये सभी क्रिकेटर धौनी की कप्तानी में टीम में आए और खुद को स्थापित किया। इस बीच टीम इंडिया के आलराउंडर हार्दिक पांड्या ने धौनी की तारीफ में कसीदे गढ़े हैं। पांड्या को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की नई फ्रेंचाइजी अहमदाबाद ने कप्तान बनाया है। इसके बाद उन्होंने धौनी को याद किया और बताया कि टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर ने कैसे उनका करियर बनाने में मदद की। 

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बैकस्टेज विद बोरिया शो में पांड्या ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आलराउंडर के तौर सफल होने के लि धौनी को श्रेय दिया। उऩ्होंने कहा, 'मैंने सभी से और खासकर माही भाई से बहुत कुछ सीखा है, क्योंकि जब मैं वहां (भारतीय टीम) गया था तो मैं एक दम कोरा था। उन्होंने जिस तरह से मुझे तैयार किया। उन्होंने मुझे बहुत आजादी दी। वह चाहते थे कि मैं अपनी गलतियों से सीखूं। जब मैं वहां आया, तो मुझे लगा कि महेंद्र सिंह धोनी सब कुछ देख लेंगे।' उस समय मैंने सोचा कि वह कुछ कह  क्यों नहीं रहे हैं। मैंने सोचा कि वह मुझसे कहेगा कि यहां गेंदबाजी करूं या वहां गेंदबाजी करूं। बाद में मुझे एहसास हुआ कि वह चाहते हैं कि मैं खुद सीखूं ताकि मैं ज्यादा क्रिकेट खेल सकूं।'

'पहले ओवर में 22-24 रन दिए तो लगा ये मेरा आखिरी मैच है'

पांड्या ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टी20 डेब्यू के एक दिलचस्प किस्सा बताया। उऩ्होंने कहा, 'मुझे याद है कि मैंने (टी20) डेब्यू मैच में अपने पहले ओवर में 22 या 24 रन दिए थे और मुझे सच में लगा कि यह मेरा पहला और आखिरी मैच है। इसलिए जब उन्होंने मुझे दूसरा ओवर करने के लिए कहा, तो मुझे लगा कि वह किसी और की बात कर रहे हैं। फिर मैं गया और जाहिर है चीजें बदल गईं। तो मैंने उनसे जो सीखा वह यह है कि उन्होंने कभी नहीं दिखाया कि वह वहां हैं, लेकिन वह हमेशा वहां थे।


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