अन्य टीमें अब तक ग्लेन मैक्सवेल को बाहर निकाल चुकी होतीं- हर्षा भोगले
हर्षा ने कहा कि पंजाब ने निश्चित रूप से मैक्सवेल को अच्छी तरह संभाला है। हम ऐसे असाधारण टी-20 क्रिकेटर की बात कर रहे हैं जो कभी-कभी बंदूक के उस खेल में फंस जाता है जिसमें रिवॉल्वर में सिर्फ एक गोली भरी होती है और उसे घुमा दिया जाता है।
(हर्षा भोगले का कॉलम)
पंजाब की टीम अभी तक उस सेकेंड हैंड कार की तरह थी जो हाईवे पर अटक-अटककर चल रही थी। वो भी तब जब उसी हाईवे पर अन्य लिमोजिन कारें शानदार अंदाज में आगे बढ़ती दिखाई दे रही थीं मगर अब इस कार ने उन लिमोजिन को मात दे दी है, जिनकी हर कोई तस्वीर ले रहा था। अब आप देख सकते हैं कि आखिर क्यों टूर्नामेंट शुरू होने से पहले इस टीम को इतना खतरनाक बताया जा रहा था।
क्रिस गेल के आने से टीम को जैसे संजीवनी मिल गई है। बेहतरीन ओपनिंग जोड़ी के बाद गेल की मौजूदगी असाधारण प्रतिभा के धनी निकोलस पूरन को बेखौफ अंदाज में खुलकर खेलने का मौका देती है। अगर आपके पास ये दो खिलाड़ी हैं तो विपक्षी टीम के खेमे में हमेशा चिंता बनी रहना स्वाभाविक है। खासकर जब पूरन को आजादी से खेलने का मौका मिल जाए।
यहां दो अन्य बातों पर भी गौर करना जरूरी है। एक जिन्हें अच्छी तरह संभाला गया और दूसरे जिनकी वजह से लाभ हुआ। दूसरी बात पर पहले ध्यान देते हैं और वह हैं मुहम्मद शमी। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों के खिलाफ डेथ ओवरों में उनकी गेंदबाजी बेहतरीन रही। और सुपर ओवर में पांच रनों का बचाव करना तो ऐसा प्रदर्शन है जो कोई महान खिलाड़ी ही कर सकता है। बुमराह और शमी के सुपरओवर में कराए गए ओवर इस टूर्नामेंट की अनमोल यादों में से है।
अब बात पहले मुद्दे की। पंजाब ने निश्चित रूप से मैक्सवेल को अच्छी तरह संभाला है। हम ऐसे असाधारण टी-20 क्रिकेटर की बात कर रहे हैं जो कभी-कभी बंदूक के उस खेल में फंस जाता है, जिसमें रिवॉल्वर में सिर्फ एक गोली भरी होती है और उसे घुमा दिया जाता है। ऐसे में आप नहीं जानते कि ट्रिगर दबाने पर रिवॉल्वर से गोली निकलेगी या खाली रहेगी। अधिकतर टीमें अब तक उन्हें टीम से बाहर कर चुकी होतीं। इसके बजाय पंजाब ने उन्हें पावरप्ले में गेंदबाजी करने का विकल्प दिया।
मैंने हमेशा उनकी गेंदबाजी प्रतिभा को उच्च स्तर का माना है। इससे मिले आत्मविश्वास ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा अगर वह जल्द ही बल्ले से भी मैच विनिंग प्रदर्शन करते नजर आएं। अगर पंजाब की टीम ऐसा संयोजन और संतुलन हासिल करने में सफल हो जाती है जो शमी के साथ एक और तेज गेंदबाज का विकल्प दे तो मुझे लगता है कि इससे ये टीम पूर्ण हो जाएगी। इस विभाग में पंजाब की टीम थोड़ा संघर्ष कर रही है। इसी कमी को पूरा करने के लिए टीम में जेम्स नीशाम को शामिल किया गया था, लेकिन वह एक गेंदबाज से ज्यादा एक बल्लेबजा हैं। पंजाब की वापसी इस टूर्नामेंट के लिए बहुत अच्छी है। वो इसलिए क्योंकि अब तक शीर्ष चार टीमें निचली चार टीमों के बीच काफी अंतर पैदा करती दिख रही थी।