क्रिकेट से रिटायरमेंट के सवाल पर क्रिकेटर गौतम गंभीर ने दिया ये जबाव
गौतम गंभीर इस वक्त दिल्ली टीम की कप्तानी कर रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में अपनी टीम दिल्ली के लिए शतक लगातर उसे सेमीफाइनल में पहुंचाया। गंभीर ने ये शतक 37 वर्ष की उम्र में लगाकर दिखा दिया की रनों की भूख उनमें अब तक बनी हुई है। गंभीर क्रिकेट के मैदान पर एक दशक से ज्यादा का समय बिता चुके हैं और जब उनसे क्रिकेट से रिटायरमेंट के बारे में पूछा तो उन्होंने दिल छू लेने वाला जबाव दिया।
गंभीर से पूछा गिया कि रिटायरमेंट से पहले उनका क्या लक्ष्य है और ऐसी कौन सी चीज है जो उन्हें मैदान पर टिके रहने का जज्बा देती है। इस पर उन्होंने कहा कि जब तक मैं रन बनाता रहूंगा तब तक क्रिकेट से संन्यास नहीं लूंगा क्योंकि ये मुझे खुशी देता है। यही आपको बढ़ते रहने में मदद करता है। मुझे लगता है कि रन बनाना, जीतना, खुश होकर ड्रेसिंग रूम लौटना और जीतने का माहौल मुझे बेहद खुशी देता है। जिस दिन मुझे लगेगा कि क्रिकेट को लेकर अब मेरे अंदर कोई कोई भावना नहीं है तब मैं ये सोच लूंगा कि जाने का वक्त आ गया है। वर्ष 1999 में रणजी ट्रॉफी के जरिए अपने क्रिकेट करियर का आगाज करने वाले गंभीर ने साल 2004 में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था। उन्होंने आइपीएल में केकेआर की कप्तानी करते हुए टीम को दो बार खिताब भी दिलाया।
गंभीर आइसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर भी आ चुके हैं और वो आइसीसी टेस्ट प्लेयर का खिताब भी जीत चुके हैं। उन्होंने कहा कि सफर कभी खत्म नहीं होता और जिस दिन मुझे लगेगा कि सब कुछ हासिल हो चुका है तब खुद ही खेलना छोड़ दूंगा। 37 वर्ष के गंभीर का भारतीय टीम में वापसी अब जरा मुश्किल ही है। उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच नवंबर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। वहीं जनवरी 2013 में आखिरी वनडे इग्लैंड के खिलाफ जबकि दिसंबर 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ टी20 मैच खेला था। फिलहाल वो दिल्ली टीम के कप्तान हैं।