पीसीबी से जावेद मियांदाद ने कहा, मेरे भतीजे को बनाओ पाकिस्तान क्रिकेट टीम का बल्लेबाजी कोच
मियांदाद ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम के हेड कोच का बोझ कम करने के लिए पीसीबी को एक बल्लेबाजी कोच नियुक्त करने की जरूरत है।
नई दिल्ली, जेएनएन। इन दिनों पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan cricket team) की स्थिति कुछ ज्यादा अच्छी नहीं कही जा सकती खास तौर से तब जब उन्हें श्रीलंका की टीम ने उन्हीं की धरती पर तीन मैचों की टी20 सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के नए कोच मिस्बाह उल हक को बनाया गया था, लेकिन जिस तरह की हार टी20 सीरीज में इस टीम को झेलनी पड़ी इससे उनपर भी सवाल उठ खड़े हुए। पाकिस्तान क्रिकेट टीम की बल्लेबाजी टी20 सीरीज में श्रीलंका की टीम के स्पिनर के खिलाफ पूरी तरह से फेल रही थी।
पाकिस्तान टीम की खराब बल्लेबाजी के बाद टीम के पूर्व खिलाड़ी जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने पीसीबी (PCB) के सामने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा है कि उनके भतीजे फैजल इकबाल (Faisal Iqbal) को नेशनल टीम का बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया जाए। मियांदाद को इस बात का विश्वास है कि फैजल पाकिस्तान की बल्लेबाजी में काफी सुधार कर सकते हैं और उनके आने से टीम के हेच कोच और चीफ सेलेक्टर मिस्बाह उल हक (Misbah ul Haq) का बोझ कुछ कम होगा। मियांदाद ने कहा कि बोर्ड ने मिस्बाह को हेड कोच और चीफ सेलेक्टर की दोहरी जिम्मेदारी देकर उन पर जरूरत से ज्यादा दवाब डाल दिया है। अब बोर्ड को कुछ अलग सोचना चाहिए और उनके बोझ को कम करने के लिए एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाजी कोच की नियुक्ति करनी चाहिए।
37 वर्ष के फैजल ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए 26 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 1124 रन बनाए थे। टेस्ट में उन्होंने एक शतक और 8 अर्धशतक लगाया था जबकि उनका औसत 26.76 का रहा था। वहीं उजले गेंद के क्रिकेट में उनके नाम पर सिर्फ 318 रन हैं। उन्होंने सिर्फ 18 वनडे मैच खेले थे जिसमें एक शतक लगाया था और उनका औसत 2.42 का रहा था। मियांदाद ने कहा कि फैजल ने कोचिंग का कोर्स इंग्लैंड से किया है और वो टीम के बल्लेबाजी कोच पद के लिए बेस्ट संभावित विकल्प हैं। उन्होंने कहा कि बल्लेबाजी की बुनियादी तकनीकों को सीखकर वो कितने महान व्यक्ति बन गए हैं। हमारी टीम के खिलाड़ी बड़े रन बनाने के बारे में नहीं सोचते हैं इसलिए छोटे लक्ष्य का पीछा करने में भी पिछड़ जाते हैं। ऐसे में हमें अपने बल्लेबाजों की मानसिकता में सुधार लाने की जरूरत है।