DRS ने दो बार रिषभ पंत को बचाया, फिर भी आकाश चोपड़ा ने उठाए ICC के नियम पर सवाल
टॉम के द्वारा फेंके गए पारी के 40वें ओवर की अंतिम गेंद पर जब डीआरएस ने पंत को तो बचा लिया लेकिन भारत को चार रन का नुकसान उठाना पड़ा। अंपायर ने पहले तो पंत को आउट दे दिया गया और इस दौरान गेंद बाउंड्री पार कर गई
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मैच बुरी तरह से गंवाया। इस मैच में केएल राहुल का शतक और रिषभ पंत की पारी ही टीम इंडिया के लिहाज से याद रखने वाली चीज रही। पंत ने अपनी आतिशी पारी के मैच में एक बार फिर से जान डाल दी। 77 रन की पारी के दौरान वह दो बार फील्ड अंपायर द्वारा आउट दिए गए और DRS की सहायता से खुद को बचाया।
पंत ने दो बार लिया सफल रिव्यू
अर्धशतक से पहले 41.5 ओवर में पंत को विकेट के पीछे टॉम कुर्रन की गेंद पर कैच आउट करा दिया गया था। पंत ने रिव्यू की मांग की थर्ड अंपायर ने रि प्ले देखने के बाद पाया की गेंद पंत के हाथ पर नहीं बल्कि कलाई से थोड़ा उपर जाकर लगी थी। इससे पहले 39.6 ओवर में भी पंत के खिलाफ टॉम कुर्रन ने LBW की अपील की थी जिसे फील्ड अंपायर ने आउट करार दिया था। इस रिव्यू में थर्ड अंपायर ने पाया कि गेंद पैड की जगह बल्ले से लगी थी।
हालांकि, टॉम के द्वारा फेंके गए पारी के 40वें ओवर की अंतिम गेंद पर जब डीआरएस ने पंत को तो बचा लिया, लेकिन भारत को चार रन का नुकसान उठाना पड़ा। अंपायर ने पहले तो पंत को आउट दे दिया गया और इस दौरान गेंद बाउंड्री पार कर गई, लेकिन डीआरएस में पंत को नॉटआउट दिए जाने के बाद उनके खाते में चार रन नहीं जोड़े गए।
क्या कहता है आइसीसी का नियम
दरअसल नियम है कि अंपायर अगर किसी गेंद पर खिलाड़ी को आउट दे देता है तो उसके बाद गेंद डैड हो जाती है। फिर उस पर बनने वाले रन मान्य नहीं होते, लेकिन आइसीसी ने डीआरएस वाले मामलों के लिए भी अलग नियम नहीं बनाया।
आकाश चोपड़ा ने उठाए सवाल
कमेंट्री के दौरान पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा ने इस फैसले पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा मान लीजिए अगर यह ओवर की आखिरी गेंद होती और भारत को ज ीत के लए महज 4 रन की जरूरत होती और ऐसा ही वाकया होता। खिलाड़ी तो नॉट आउट दिया जाता लेकिन टीम हार जाती। ऐसे में आइसीसी को इस नियम पर विचार करने की जरूरत है।