इस धुरंधर स्पिनर ने भरी हुंकार, अब दिल्ली की पहले वाली टीम नहीं रही
दिल्ली की टीम इस बार पूरे दमखम के साथ मैदान पर उतरने के लिए तैयार है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के लिए भले ही आइपीएल के पिछले तीन सत्र खास न रहे हों, लेकिन इस बार ये टीम पूरे दमखम के साथ मैदान पर उतरने के लिए तैयार है। इस बार दिल्ली की ताकत उसके गेंदबाज हैं, क्योंकि उनके पास तेज गेंदबाजों में कागिसो रबाडा, पैट कमिंस, जहीर खान जैसे उम्दा तेज गेंदबाज तो हैं ही साथ ही उसके पास अच्छे स्पिनर्स भी हैं।
अमित मिश्रा, शाहबाज नदीम, जयंत यादव और मुरुगन अश्विन दिल्ली के बड़े स्पिनर्स हैं। दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस में चारों स्पिनर इकट्ठा हुए और आइपीएल में अपनी टीम की रणनीति के बारे में बताया।
पहला सवाल पूछा गया कि दिल्ली पिछले तीन सत्र से आइपीएल में कुछ खास नहीं कर पाई है। 2015 में जहां वह सातवें नंबर पर रही तो 2016 में छठे नंबर पर रही। वहीं इस सत्र के शुरू होने से पहले उनके दो बड़े खिलाड़ी जेपी ड्युमिनी और क्विंटन डिकॉक पहले से ही बाहर हो चुके हैं तो ऐसे में उनकी रणनीति क्या रहने वाली है?
इस सवाल का जवाब देते हुए अमित मिश्रा ने कहा कि पिछले साल हमारा प्रदर्शन अच्छा था, लेकिन हम अहम मैच हार गए। जबसे मैं इस टीम में आया हूं हम अच्छा कर रहे हैं। ड्युमिनी की व्यक्तिगत समस्या है। डिकॉक चोटिल हैं और जैसे ही वह फिट होंगे टीम में आएंगे। इनके न होने से थोड़ी समस्या तो है, लेकिन इतनी समस्या नहीं है कि हम कुछ नहीं कर पाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि एक अच्छी टीम है हमारी। पिछले साल से अच्छी टीम बन गई है हमारी। टीम में अच्छे तेज गेंदबाज आए हैं। अच्छे ऑलराउंडर्स हैं टीम में। मुझे लगता है कि इस साल और भी बेहतर करेंगे हम लोग और काफी मेहनत चल रही है। काफी बातचीत चल रही है। जहां तक मुझे जानकारी है जितने भी खिलाड़ी चोटिल चल रहे हैं तो वो चार-पांच मैचों के बाद वापस आ जाएंगे। हालांकि, ये सवाल भी जरूरी है कि बेहतरीन गेंदबाजों से सजी दिल्ली की टीम जब मैच में उतरेगी तो क्या कप्तान जहीर खान के होते हुए वह अन्य दो अहम तेज गेंदबाजों कागिसो रबाडा और पैट कमिंस को खिलाएगी?
इस पर मिश्रा ने कहा कि ये तो बाद में बताएंगे, बैठक में तय करेंगे। बातचीत करेंगे टीम के अंदर। माहौल और विकेट के हिसाब से हम यह तय करेंगे। उन्होंने कहा कि आइपीएल में मेरे लिए चुनौती नए खिलाड़ी होते हैं, उन्हें गेंद डालना थोड़ा कठिन होता है। क्योंकि आप जानते नहीं हो कि वह कैसा खेलते हैं। नए खिलाड़ी नई सोच और नए शॉट्स के साथ अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आते है इसलिए उसमें हम कितनी जल्दी ढल जाएं, ये हमारे लिए चुनौती होती है।
जयंत यादव बोले, ध्यान सिर्फ दिल्ली पर
वहीं, जयंत यादव से पूछा गया कि अश्विन के चोटिल होने के चलते क्या आइपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते हुए चैंपियंस ट्रॉफी में दावेदारी प्रस्तुत करने पर आपकी नजरें होंगी तो उन्होंने कहा कि नहीं, मैं दिल्ली के लिए अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान दे रहा हूं। ये एक प्रक्रिया है और इसे चलते रहना चाहिए। टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले यादव ने कहा कि जाहिर तौर पर सीमित ओवर क्रिकेट बिल्कुल अलग होती है। मैं इसे चुनौती के रूप में लेता हूं। जब भी मुझे मौका मिलेगा। मैं अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा।
घरेलू सत्र की गेंदबाजी से मिलेगी मदद
रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले शाहबाज नदीम ने कहा कि मुझे खुद पर है। जैसे मैंने घरेलू सत्र में गेंदबाजी की है, मुझे लगता है कि वह मेरी आइपीएल में भी मदद करेगा। मैं हमेशा से टीम के लिए शानदार प्रदर्शन करना चाहता हूं।